श्रावणी मेला में बुधवार को सुलतानगंज में किन्नरों का विशेष जत्था गंगा स्नान कर बाबा बैद्यनाथ धाम के लिए जल भर कर रवाना हुआ. प्रभात खबर से विशेष बातचीत में साहिबगंज की अंजलि किन्नर ने बताया कि यह मेरी पांचवीं यात्रा है. बाबा ने मेरी मनोकामना पूरी की, इसलिए फिर बाबा दरबार जा रही हूं, तीन दिनों में जलार्पण करूंगी और बाबा से सबकी सुख-शांति की प्रार्थना करूंगी. कोलकाता की रूपा मजूमदार ने कहा कि मैं बाबा की दीवानी हूं, यह मेरी पहली कांवर यात्रा है. बाबा दर्शन की ललक इतनी थी कि इस बार सब कुछ छोड़ कर यहां चली आयी. उसने मुस्कुराते हुए कहा कि बाबा का बुलावा आया, तो कैसे न आते. मालदा टाउन की एक अन्य किन्नर ने कहा, पहली बार सुलतानगंज घाट का ऐसा मनोरम दृश्य देखा है, यह अनुभव जीवन भर याद रहेगा. बाबा से कामना है कि देश तरक्की करे, समाज में शांति बनी रहे और हर कोई सुखमय जीवन जिए, इस जत्थे में दीया और शिम्मी घोष जैसी शिष्याएं भी शामिल थीं. उन्होंने बताया कि उन्हें पहली बार कांवर यात्रा पर जाने का अवसर मिला है. हम हमेशा चाहती थीं कि बाबा का दर्शन करें, लेकिन कभी मौका नहीं मिला, इस बार जब बाबा ने बुलाया, तो सुलतानगंज पहुंच गये. सभी किन्नरों ने एक सुर में कहा, भोलेनाथ सबकी सुनते हैं, हमारी भी सुनेंगे. उनका विश्वास व भक्ति देख कर घाट पर मौजूद श्रद्धालु भी नतमस्तक हो उठे. सुलतानगंज कांवरिया पथ पर इस दृश्य ने सभी को भावविभोर कर दिया. श्रावणी मेला में इस बार न केवल पुरुष और महिलाएं, बल्कि किन्नर समुदाय की बड़ी भागीदारी देखी जा रही है.
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