भागलपुर अमूमन शादी के बाद लड़कियों की पढ़ाई-लिखाई ठप हो जाती है. ससुराल पहुंचते ही दुल्हन के सिर पर चूल्हा-चौका का बोझ लाद दिया जाता है, लेकिन हाल के वर्षों में बदलाव देखने को मिल रहा है. इसका उदाहरण गुरुवार को टीएमबीयू के पीएनए साइंस कॉलेज के बाहर दिखा. शादी की रस्मों को पूरा कर दुल्हन ससुराल की बजाय सीधे परीक्षा केंद्र पहुंची. शादी का जोड़ा पहने बांका के सजौर थाना के मल्लेपुर गांव निवासी नीलम कुमारी ने दूसरी पाली में फिलॉसफी की परीक्षा दी. दुल्हन रंग-बिरंगे फूलों से सजी कार में बैठकर परीक्षा केंद्र अपने पति किस्मत के साथ आयी थी. दुल्हन के साथ रजौन थाना क्षेत्र स्थित चैनपुर निवासी ससुर पुनेश्वर दास व लड़की का भाई प्रभाष कुमार थे. शादी का सेहरा पहने दुल्हा किस्मत ने बताया कि पांच बजे सुबह तक शादी हुई. विदाई के समय अन्य रस्मों को पूरा करते हुए हम परीक्षा केंद्र आये हैं. परीक्षा देने के बाद दुल्हन को लेकर अपने गांव जायेंगे. बारात के अन्य सदस्य सुबह गांव की ओर निकल गये हैं.
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