रिटायरमेंट के बावजूद अबतक शत-प्रतिशत सेवांत लाभ से वंचित पेंशनरों का आंदोलन फिर से शुक्रवार से शुरू हो गया. टीएमबीयू के पेंशनर संघर्ष मंच के नेतृत्व में पेंशनरों ने कुलपति आवास के सामने धरना किया. पहले भी पेंशनर कई बार धरना दे चुके हैं. वहीं गुरुवार को कुलपति के साथ वार्ता विफल होने के बाद आंदोलन शुरू हुआ. कुलपति जहां धरना वहां कार्यक्रम के बाद रजिस्ट्रार प्राे रामाशीष पूर्वे ने पेंशनरों से बात की. वहीं पेंशनरों के काम को आगे बढ़ाने पर सहमति बनी. रजिस्ट्रार की अनुशंसा पर पेंशनर संघर्ष मंच के अमरेंद्र कुमार झा, प्रो एसके जिलोका व प्रो विनोद कुमार वर्मा को पेंशन शाखा में सहयोग करने को कहा गया. धरना खत्म कर तीनों पेंशनर पेंशन शाखा के एसओ रंजीत कुमार से मिलकर कागजात से संबंधित काम शुरू किया. प्राथमिकता के आधार पर विधवाओं के फैमिली पेंशन, 80 साल पार कर चुके पेंशनरों की पेंशन वृद्धि, पे वेरीफिकेशन सेल की पर्ची के आधार पर शत-प्रतिशत पेंशन व सेवांत लाभ के भुगतान, छठे और सातवें वेतनमान के एरियर का काम शुरू हुआ. आंदोलन में मंच के संयोजक पवन कुमार सिंह, सह संयोजक अमरेंद्र कुमार झा, एस के जिलोका, विनोद वर्मा, जयप्रकाश झा, आरएस ठाकुर, वीरेंद्र कुमार सिंह, रविशंकर प्रसाद, आशुतोष राजेश, कैलाश प्रसाद साह, अरविंद कुमार, अशोकानंद ठाकुर, गंगाधर चौधरी शामिल हुए. सिंडिकेट सदस्य केके मंडल, निर्लेश कुमार और मुकेश कुमार ने पेंशनरों के समर्थन में धरना दिया.
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