निगम के अधिकारियों के दावे और पार्षदों की हकीकत में बड़ा विरोधाभास
बरारी वाटर वर्क्स में महीनों से खराब पड़ा 32 एचपी का मोटर दुरुस्त होने का नाम नहीं ले रहा है, जबकि पार्ट्स कोलकाता से आ चुका है. पार्ट्स आये कई दिन बीत गये, लेकिन न तो मोटर ठीक हो सका है और न ही इलाके में जलापूर्ति व्यवस्था सुधर पायी है. इस लापरवाही से स्थानीय लोग परेशान हैं, वहीं नगर निगम के अधिकारियों के दावे और पार्षदों की हकीकत में बड़ा विरोधाभास दिख रहा है. जलकल प्रभारी वशिष्ठ नारायण चौधरी का दावा है कि गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण अब 32 एचपी मोटर की उतनी आवश्यकता नहीं है और यह थोड़ा-बहुत काम लायक चल रहा है. उनका कहना है कि जलापूर्ति में कोई परेशानी नहीं है और पानी लगातार मिल रहा है. उन्होंने पाइपलाइन क्षतिग्रस्त होने की पुरानी बात का हवाला देते हुए कहा कि उसे भी दो-तीन दिन में ठीक कर लिया गया था और अब जलापूर्ति निर्बाध रूप से हो रही है.
यह स्थिति भागलपुर नगर निगम की जल आपूर्ति व्यवस्था की बदहाली और विभागीय दावों की पोल खोलती है. एक तरफ अधिकारी सब कुछ ठीक होने का दावा कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ पार्षद पानी न मिलने की शिकायत कर रहे हैं, जिससे लोगों की परेशानी कम होने की बजाय बढ़ती जा रही है.
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