प्रशासन की ओर से हो रही बड़ी तैयारी
इसके अलावा सिर्फ ठंड ही नहीं बल्कि गर्मी में भी झील में पक्षियां यहां कलरव करें, इसको लेकर तैयारी प्रशासन की ओर से की जा रही है. बता दें कि, जगतपुर झील को संवारने की मांग कई वर्षों से की जा रही है. अगर, यह पर्यटन के रूप में विकसित होगा तो, यहां के आस-पास के क्षेत्र आर्थिक रूप से मजबूत होंगे. यहां के लोगों को रोजगार भी मिलेगा. बता दें कि, जगतपुर झील भागलपुर से नवगछिया के रास्ते विक्रमशिला सेतु से 2 किलोमीटर आगे नदी किनारे है. कहा जाता है कि, इस झील में कई तरह के विभिन्न प्रजातियों के पक्षी कलरव करते हैं,
बिहार को होगा आर्थिक रूप से फायदा
खबर की माने तो, यहां रूस, अलास्का, रोमानिया, ऑस्ट्रिया समेत अन्य देशों से पक्षियां हजारों किलोमीटर का सफर तय कर यहां पहुंचती हैं. यहां पक्षियों का कलरव लोगों को बहुत आकर्षित करता है. यह मनोरम दृश्य देखने के लिए लोगों की अच्छी-खासी भीड़ भी उमड़ती है. ऐसे में अब पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की कवायद है, जिससे आस-पास के जिलों के साथ राज्यों के भी लोग पहुंचेंगे. इससे बिहार को भी बड़ा फायदा आर्थिक रूप से मिलने की बात कही जा रही है.
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