मायागंज अस्पताल के हॉस्टल में बुधवार की रात जूनियर डॉक्टरों व पीजी मेडिसिन के डॉक्टरों के बीच जमकर मारपीट हुई. रात 12 बजे तक करीब तीन घंटे तक हंगामा होता रहा. दोनों पक्षों से एक-एक डॉक्टर घायल हो गये. घटना की सूचना पुलिस को 112 नंबर डायल पर दी गयी. पुलिस ने रात में आकर मामले को शांत कराया. गुरुवार को दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ बरारी थाना में मुकदमा दर्ज कराया. घटना के बाद गुरुवार को दिनभर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में माहौल गर्म रहा. 17 अप्रैल को शाम चार बजे बरारी पुलिस हॉस्टल आकर एक पक्ष के दो डॉक्टरों को साथ में लेकर थाना चली गयी. दोनों डॉक्टरों को छोड़ने की मांग पर कई डॉक्टर बरारी थाने के बाहर जमा हो गये. सूचना के अनुसार बरारी पुलिस ने दोनों डॉक्टरों को छोड़ दिया. आइसीयू में ड्यूटी को लेकर हुआ विवाद : एक पक्ष से बरारी थाने में छातापुर के तमुआ निवासी कैलाश कुमार ने आवेदन दिया. आवेदन के अनुसार कैलाश आइसीयू में रेजीडेंट पद पर तैनात हैं. बुधवार की रात उनका नाइट शिफ्ट था. तबीयत बिगड़ने के बाद वह अपने सहकर्मी को बता कर ओल्ड इंटर्न हॉस्टल के रूम नंबर 39 पर चले गये. बुधवार की रात करीब साढ़े नौ बजे मेडिसिन पीजी के छात्र डॉ शुभम साकेत, डॉ योगेश कुमार व डॉ विशाल कुमार सिंह हॉस्टल पहुंचे. वहीं कैलाश को जातिसूचक गाली दी. सीनियर से बहस का आरोप लगाकर कैलाश को कमरे से बाहर निकाल दिया. वहीं लाठी-डंडे व रॉड से पिटाई कर दी. घटना की सूचना पर मेडिसिन पीजी के छात्र डॉ वीरेंद्र सिंह मीणा, डॉ सत्यम कुमार, डॉ रवि किशन भगत, डॉ विनीत कुमार, डॉ आनंद आचार्य व डॉ रिशु कुमार भी आकर मारपीट करने लगे. डॉ वीरेंद्र सिंह मीणा ने डॉ कैलाश के सिर पर रॉड से वार कर दिया. सिर फटने के बाद काफी खून बहने लगा. हॉस्टल में रहने वाले अन्य छात्रों ने बीच बचाव कर जान बचायी. इसके बाद इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया. डॉ कैलाश के आवेदन पर केस दर्ज हुआ. जूनियर डॉक्टरों हॉस्टल में घुसकर पीजी डॉक्टरों से की मारपीट : बरारी थाना में दूसरे पक्ष से पीजी मेडिसिन के छात्र विनीत कुमार ने आवेदन दिया. आवेदन के अनुसार, बुधवार देर रात 12 बजे के बाद जूनियर रेजीडेंट डॉ कैलाश व डॉ रामाशेखर समेत 40 से 50 समर्थक एसएम घोष हॉस्टल में घुस गये. वहीं हॉस्टल में पीजी मेडिसिन के छात्रों को मारने लगे. मारपीट में पीजी मेडिसिन के छात्र डॉ विनीत कुमार के सिर व चेहरे में गंभीर चोट आयी. इन्हें इलाज के लिए मायागंज के सर्जरी विभाग में डॉ बीके जायसवाल की यूनिट में भर्ती कराया गया. डॉ विनीत ने बताया कि दो सहपाठी भी घायल हो गये. बरारी थाने में आवेदन देकर डॉ कैलाश, डॉ रामाशेखर समेत 40 से 50 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया. मामले की जांच कर होगी कड़ी कार्रवाई : अधीक्षक मामले पर मायागंज अस्पताल के अधीक्षक डॉ हेमशंकर शर्मा ने बताया कि घटना में बाहरी लोगों की संलिप्तता की आशंका है. पीजी व जूनियर रेजीडेंट के बीच मारपीट मामले की जांच करायी जायेगी. दोषियों की खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे. डॉक्टरों ने अस्पताल बंद करने की चर्चा की जब बरारी पुलिस ने दो डॉक्टरों को हिरासत में लिया तो थाने पर पहुंचे मेडिकल छात्रों ने अस्पताल परिसर को बंद करने की चर्चा की. कहा गया कि यह मामला बीते दो माह से चल रहा था. हालांकि जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने कहा कि यह अपने बीच का मामला है. दोनों पक्षों के बीच सुलह कराया जा रहा है. किसी तरह के प्रदर्शन का निर्णय नहीं लिया गया है. इधर, घटना से पहले आइसीयू इंचार्ज डाॅ महेश कुमार से पीजी छात्राें ने ड्यूटी नहीं करने की शिकायत पीजी डॉक्टरों ने की थी. पीजी डॉक्टरो का आरोप है कि बुधवार की रात एक मेडिकल रिप्रजेंटेटिव ने कुछ जूनियर डाॅक्टराें काे पार्टी दी थी. पार्टी से वापस लाैटने के बाद हंगामा करने लगे.
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