भागलपुर बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर से अब तक पांच क्रॉप को जीआइ टैग मिला, जिसमें मगध क्षेत्र का मशहूर मगही पान का सबसे अधिक क्रेज लोगों के बीच है, तो कतरनी राइस का दूसरे स्थान पर. जिन क्रॉप को जीआइ टैग मिला है, उसके व्यापार के लिए व ब्रांडिंग में सहायक बनने के लिए जीआइ नंबर मिला है. बीएयू सबौर प्रशासन की ओर से 1247 लोगों को पांच क्रॉप का यूजर्स नंबर प्रदान किया गया है. शाही लीची के व्यापार को बढ़ावा देने के लिए 25 लोग, मिथिला मखाना के लिए 67 लोग व भागलपुरी जर्दालू के लिए 91 लोगों ने नंबर लिया है. सबसे अधिक नंबर मगही पान के लिए, तो इसके बाद कतरनी प्रोडक्ट के लिए लिया गया है. भागलपुरी जर्दालू भी तीसरे स्थान पर है. ऐसे में भागलपुर व अंग क्षेत्र का दो-दो प्रोडक्ट जीआइ टैग मिलने के बाद लोगों के बीच अपना प्रभाव बढ़ा चुका है.
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