-समीक्षा के बाद कहा, घिर जाने के बाद पुलिस ने आत्मरक्षार्थ की होती फायरिंग तो नहीं होती घटना
अररिया जिला में 12 मार्च की रात गांजा तस्कर को गिरफ्तार करने गयी फुलकाहा थाना की पुलिस पार्टी पर हुए हमले में मुंगेर के जानकीनगर निवासी एएसआइ राजीव रंजन मल्ल की मौत मामले में जिला से लेकर पुलिस मुख्यालय तक समीक्षा में जुटा है. अररिया एसपी की समीक्षा के बाद अब पूर्णिया रेंज के डीआइजी ने मामले की समीक्षा की है. जिसमें छापेमारी करने गयी पुलिस पार्टी की कई चूक का खुलासा हुआ है.
डीआइजी ने इन चूक का किया है उल्लेख
. पुलिस जीप के चालक द्वारा बंद गली में उल्टी दिशा में गाड़ी खड़ी की गयी थी.– छापेमारी करने गयी टीम को थानाध्यक्ष द्वारा मोडस ऑपरेंडी के संबंध में नहीं किया गया था ब्रीफ.
– जिस वक्त पुलिस ने छापेमारी की, उस वक्त वहां करीब एक हजार लोग भोज खाने आये हुए थे. छापामारी दल में पर्याप्त संख्या में बल नहीं थे, मात्र दो सिपाही के साथ आरोपित को पकड़ने पुलिस गयी थी.
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