लीडर का मतलब केवल मतदान से चुने गये लोग नहीं, बल्कि किसी क्षेत्र में अव्वल गतिविधियों की अगुवाई करना लीडरशिप है. उक्त बातें माय भारत के जिला युवा अधिकारी लखविंदर सिंह ढिल्लो ने बुधवार को देवी बाबू धर्मशाला में आयोजित तीन दिवसीय माय भारत लीडरशिप बूट कैंप के आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में नेतृत्व कौशल पर चर्चा करते हुए कहा.
युवा अधिकारी ने स्टार्टप इंडिया, स्किल इंडिया, प्रधानमंत्री जनधन योजना, आयुष्मान योजना, उज्जवला योजना, स्वच्छता अभियान, जल संचय से संबंधित रचनात्मक गतिविधि, युवा व युवती मंडल का गठन, उसके कार्य संरचना, लीडरशिप विकसित करना व समुदाय में जनहित की भावना को लेकर स्वंयसेवा की भावना जागृत करने व नेतृत्व कौशल विकसित करने को लेकर गहन चर्चा की. हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट झारखंड के नरेश चावड़ा ने भौतिक सफाई के साथ मानसिक सफाई को लेकर भी सजग रहने का सुझाव दिया. इसी संस्था के अविनाश राम ने प्रतिभागियों में नेतृत्व क्षमता बढ़ाने के साथ ही वित्तीय साक्षरता को लेकर प्रशिक्षण दिया. भागलपुुर के पवन कुमार ने नेतृत्व व कौशल विकास के साथ डिजिटल साक्षरता को लेकर प्रशिक्षण दिया. मौके पर मृत्युंजय कुमार, नवीन कुमार, राहुल राज, रंदीप राजन, सिकंदर मंडल, अजीत कुमार, पूजा कुमारी, निकिता कुमारी, हैप्पी आनंद, प्रभाकर कुमार, मधुर मिलन नायक आदि उपस्थित थे.
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