बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर आयोजित अनुसंधान परिषद खरीफ 2025 की बैठक के तीसरे दिन रविवार को भी हुई. कुलपति डॉ डीआर सिंह के निर्देश व संरक्षण में आयोजित बैठक में 57 शोध परियोजनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई. इसमें प्राकृतिक संसाधन संरक्षण समूह में सभी फूल की फसलों व आणविक जीव विज्ञान एवं आनुवंशी की अभियांत्रिकी फसल सुरक्षा शोध समूह किट विज्ञान व पौधा रोग विभाग तथा सामाजिक विज्ञान शोध समूह में कृषि अर्थशास्त्र, कृषि प्रसार व सांख्यिकी विभाग के विषयों पर मंथन किया गया. कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि वह विशेषज्ञों द्वारा अपने शोध की प्रस्तुति कर रहे सभी वैज्ञानिकों के शोध कार्यों का जायजा लिया. भविष्य में सुधार के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए गये. डॉ अनिल कुमार सिंह ने बताया कि बीएयू के अंतर्गत आने वाले सभी क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र व महाविद्यालय के संबंधित सभी वैज्ञानिक इस बैठक में उपस्थित थे. डॉ रविंद्र पडारिया संयुक्त निदेशक कृषि प्रसार भारती कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली द्वारा सभी वैज्ञानिकों को अपने शोध कार्यों को किसानों की नवीनतम समस्याओं के अनुरूप करने का आग्रह किया. डॉ एनएस राणा भूतपूर्व अधिष्ठाता स्नातकोत्तर कृषि विश्वविद्यालय मेरठ द्वारा कृषि में हो रहे रसायनों के प्रयोग को रोकने व जागरूकता बढ़ाने पर बल दिया. डॉ जगदीश प्रसाद मुख्य वैज्ञानिक एनबीएसएस एलयूपी नागपुर व डॉ कमलेश प्रसाद निदेशक स्लाईट लोंगोवाल पंजाब द्वारा सभी वैज्ञानिकों को विभिन्न विभागों के साथ सामंजस्य बनाकर बृहद रूप से कार्य करने का सुझाव दिया गया. आज इस बैठक के अंतिम दिन उत्पाद निर्माण वह विपणन शोध समूह के शोध कार्यों पर समीक्षा की जाएगी.
संबंधित खबर
और खबरें