भागलपुर टीएमबीयू के पीजी इतिहास विभाग के एक कमरा को खाली कराने के मामले में विभागाध्यक्ष सह प्रॉक्टर प्रो अर्चना कुमारी साह व विभाग के पूर्व शिक्षक सह सिंडिकेट सदस्य डॉ केके मंडल आमने-सामने हैं. इस बाबत विभागाध्यक्ष ने मोबाइल पर धमकी देने का आरोप लगा विवि थाना में लिखित शिकायत की. उधर, डॉ केके मंडल ने भी कुलपति प्रो जवाहर लाल को लिखित शिकायत कर कहा कि बिना सूचना के विवि इतिहास विभाग में मेरे नाम से आवंटित कमरा को खाली करा दिया. पूरे मामले में डॉ केके मंडल ने कहा कि उनका पासपोर्ट नहीं मिलता है, तो ऐसी स्थिति में एफआइआर दर्ज करायेंगे. मामले को लेकर कुलपति से बात करने गये थे. उसी वक्त वीसी ने प्रो साह से मोबाइल पर बात की. डॉ मंडल ने कहा कि उस समय प्रो साह द्वारा धमकी दिये जाने की बात तो नहीं की गयी. फिर धमकी की बात कहां से आ गयी. पूरे मामले को लेकर विवि प्रशासन गंभीर है. ऐसे में विवि प्रशासन की तरफ से कार्रवाई हो सकती है. कमरा खाली करने के लिए पत्र भेजा गया, लेने से किया इंकार – विभागाध्यक्ष विभागाध्यक्ष प्रो अर्चना कुमारी साह ने विवि थाना में दिये आवेदन में कहा कि इतिहास विभाग के पूर्व शिक्षक डॉ केके मंडल ने विभाग के एक कमरे पर गैर कानूनी ढंग से कब्जा कर रखा है. करीब ढ़ाई साल पूर्व अनुशासनहीनता के आरोप में प्रशासनिक आधार पर जेपी कॉलेज नारायणपुर तबादला कर दिया गया था. विभाग से भी उन्हें विरमित किया गया है. कहा कि विभाग की तरफ से बार-बार सुचित करने पर व पत्र भेजने पर भी डॉ मंडल पत्र लेने से इंकार कर दिया. तभी 18 मार्च को अपने एक छात्र के साथ डॉ मंडल विभाग आकर कमरा को खाली कर चाबी विभाग के कर्मचारी को सुपुर्द कर दिया. कमरा से निकले सामान को विभाग के लाइब्रेरी में रखवाया गया. कहा कि मुझे धमकी दिया कि मैं आपके विरुद्ध मुकदमा दर्ज करायेंगे. साथ ही छह मई की शाम में उनके मोबाइल पर फोन कर धमकी दी कि सामान एवं पैसा गायब करने के आरोप में मुकदमा दर्ज करायेंगे. कहा कि इससे मैं मानसिक तनाव में हूं. मेरी तबीयत खराब हो गयी है. अत: मामले में उचित कार्रवाई की जाये. उन्होंने मामले में कुलपति व रजिस्ट्रार को भी लिखित शिकायत की है. लगाये जा रहे आरोप निराधार व बेबुनियाद – सिंडिकेट सदस्य सिंडिकेट सदस्य डॉ केके मंडल ने कहा कि जो आरोप लगाये जा रहे हैं वह गलत व निराधार है. उन्होंने कुलपति को दिये आवेदन में कहा कि मेरे तबादले के बाद मेरा कमरा लगातार दो साल से बंद था. वर्तमान हेड प्रो अर्चना कुमारी साह ने बिना किसी सूचना मेरा कमरे को खाली करवा दी. कमरे में दो अलमीरा एवं रैक में कीमती किताबें व पासपोर्ट थे. यह किताब एवं पासपोर्ट कहां रखे गये हैं, इसकी कोई जानकारी मुझे नहीं दी गयी है. ऐसे में आशंका है कि मेरा पासपोर्ट गुम हो गये हो. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी किताबों को बेच दिया गया है. आवेदन के माध्यम से कुलपति से आग्रह किया कि विभागाध्यक्ष से उक्त समान के बारे में लिखित सूचना विवि को उपलब्ध कराये.
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