विश्व होमियोपैथी दिवस हर साल 10 अप्रैल को मनाया जाता है. यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी चिकित्सा प्रणाली है. खराब जीवन शैली व मिलावटी खानपान से लोग कई बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं. वहीं नियमित रूप से एलोपैथी व अन्य विधि से इलाज करा रहे हैं. बीमार लोगों का इलाज में काफी पैसा खर्च होने के बावजूद बीमारी खत्म नहीं हो रही है. ऐसे में लोगों का विश्वास अब होमियोपैथी पद्धति में तेजी से बढ़ा है. कम खर्च में लोग होमियोपैथ दवा का सेवन कर वर्षों पुरानी बीमारी से निजात पा रहे हैं. इनमें हार्ट, डायजेशन, फैटी लीवर, ब्लड प्रेशर, शुगर, ज्वाइंट पेन, मां व बच्चों समेत विभिन्न बीमारियां हैं.
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