पप्पू भागलपुर में अपनी पत्नी और बच्चों के साथ किराये के मकान में रहते थे. बंदेहरा में भी उन पर पहले भी जानलेवा हमला हो चुका है. पिछले साल 28 नवंबर को उन पर गोलीबारी हुई थी, जिसमें वह बाल-बाल बच गये. वहीं 2009 में पप्पू के घर पर बम से अपराधियों ने हमला किया था. इस घटना में उसकी मां, बहन व दो पड़ोसियों की मौत हो गयी थी.
शुक्रवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे मुखिया पति अपने तीन सहयोगियों के साथ अपनी चार पहिया वाहन से भीखनपुर के त्रिमूर्ति चौक के पास पहुंचे. गाड़ी से नीचे उतर कर वह पास की ही एक मीट दुकान पर गये. वहां से मीट खरीद कर पैदल ही लौटने लगे. भीखनपुर गुमटी नंबर तीन के पास उनकी गाड़ी खड़ी थी. गाड़ी के पास जैसे ही वह पहुंचे कि चार से पांच अपराधियों ने उन्हें घेर लिया और ताबड़तोड़ गोली चलानी शुरू कर दी.
गोली चलते देख पप्पू मुखिया ने भी अपनी लाइसेंसी पिस्टल निकाल कर गोली चलाना शुरू कर दिया. इस दौरान अपराधियों ने मुखिया को चार गोलियां मारी. वह जमीन पर गिर पड़े और उसकी मौत हो गयी. जवाबी कार्रवाई में एक अपराधी रतन साह भी मारा गया. वह पहले भी जेल जा चुका है. इधर, घटना की सूचना मिलते ही एसपी व अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे. घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने मौके से चार खोखा, एक गोली और एक देसी पिस्तौल बरामद किया है.
गोली लगे दोनों लोगों को इशाकचक पुलिस मायागंज अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना मिलते ही एएसपी सिटी पूर्ण कुमार झा, इशाकचक थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर एसके सुधांशु भी मायागंज अस्पताल पहुंचे.
कहते हैं एसएसपी
एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि पसराहा थाना क्षेत्र के मुखिया पति की हत्या हुई है. जिन लोगों ने हत्या की है, उनमें से भी एक की मौत हुई है. इस मामले में अनुसंधान चल रहा है. वह खुद ही इस मामले की मॉनीटरिंग कर रहे हैं. अब तक जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार पुरानी रंजिश कई सालों से कुछ लोगों से चल रही थी. इसी कारण उन्हें आर्म्स का लाइसेंस भी दिया गया था. फिलहाल जांच चल रही है.