एसएसवी महाविद्यालय कहलगांव में आइक्यूएसी के सहयोग से ‘आत्म-जागरूकता एवं तनाव प्रबंधन के लिए मनोवैज्ञानिक तकनीक विषय पर व्याख्यान हुआ. अध्यक्षता महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ मिहिर मोहन मिश्र सुमन ने की. मुख्य वक्ता टीएनबी कॉलेज, भागलपुर के मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ राजेश कुमार तिवारी थे. उन्होंने तनाव प्रबंधन विषय पर विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत कर आत्म-जागरूकता को जीवन में सफलता और संतुष्टि प्राप्त करने का मूल मंत्र बताया. आत्म-जागरूकता व्यक्ति को अपने विचारों, भावनाओं और व्यवहार को समझने की क्षमता प्रदान करता है, जिससे निर्णय क्षमता, संबंधों में सुधार व तनाव प्रबंधन संभव हो पाता है. उन्होंने आधुनिक जीवनशैली और मशीनीकरण के युग में तनाव के बढ़ते प्रभावों पर चर्चा कर योग, ध्यान, व्यायाम, समय प्रबंधन और सामाजिक समर्थन, तनाव प्रबंधन के प्रभावी उपाय बताया. उन्होंने छात्रों को अपने मानसिक स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की सलाह दी. कहलगांव नपं अध्यक्ष संजीव कुमार ने छात्रों को संबोधित करते हुए आत्म-जागरूकता के महत्व पर बल दिया. मौके पर डॉ अनादि प्रसाद सिंह, डॉ दिलीप कुमार चौधरी, डॉ संतोष कुमार, शेखर सुमन, डॉ प्रियंका कुमारी, डॉ सुबोध कुमार, डॉ सितारे हिंद, कर्मचारी रमेश कुमार ठाकुर तथा आइक्यूएसी के सदस्य सहित छात्र-छात्राएं उपस्थित थी.
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