कला संस्कृति व युवा विभाग और जिला प्रशासन की ओर से सैंडिस कंपाउंड में आयोजित तीन दिवसीय मंजूषा महोत्सव का मंगलवार को समापन हो गया. महोत्सव की आखिरी शाम आकर्षण के केंद्र में मीरा नृत्य नाटिका रही. वहीं नाटक, सांस्कृतिक कार्यक्रम व चित्रांकन के आयोजन में भी कलाकारों को खूब सराहना मिली. व्याख्यान में शिक्षाविद राजीव कांत मिश्रा सहित कई अन्य वक्ताओं ने मंजूषा के रूप रंग पर संबोधित किया. मूल रूप से वक्ताओं ने कहा कि मंजूषा चित्रकारी में इसकी मूल भावना को बना कर रखना कलाकारों की जिम्मेदारी है. तीन रंगों का ख्याल रखने की गंभीरता भी कम न हो.
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