Munger to Mirzachowki, प्रभात खास, ब्रजेश: भागलपुर शहर के समानांतर में मुंगेर से मिर्जाचौकी के बीच बन रही नयी फोरलेन को पूरा होने में भले ही देरी हो रही है लेकिन, यह जब बनकर तैयार होगी, तो सिर्फ आवागमन के उद्देश्य से फायदेमंद नहीं रहेगा. बल्कि, वाहनों और यात्रियों की सुरक्षा होगी. जानवरों के टकराव से यात्रियों का बचाव करेगा. सड़क के दोनों किनारों पर दीवारें यानी, एक्सप्रेस हाइवे की तरह गार्ड वॉल दी जा रही है. ये दीवारें सिर्फ दिखावे के लिए नहीं हैं, बल्कि ये कई खास कामों के लिए हैं, ताकि सड़क पर सब सुरक्षित रहे.
हादसे में कमी आयेगी
सबसे पहले ये दीवारें गाड़ियों को सड़क से नीचे गिरने या खाई में जाने से रोकेगी, खासकर जब गाड़ियां तेज रफ्तार में होगी. अगर कोई गाड़ी दीवार से टकराती भी है, तो ये दीवारें झटके को कम कर देती हैं, जिससे गाड़ी और अंदर बैठे लोगों को कम चोट लगती है. ये दीवारें जानवरों और पैदल चलने वालों को सड़क पर आने से भी रोकेगी, जिससे उनकी वजह से होने वाले हादसे में कमी आयेगी.
जिन जगहों पर सड़क ढलान पर है या मिट्टी खिसकने का डर है, वहां ये दीवारें मिट्टी को मजबूत रखेगी और सड़क को खराब होने से बचायेगी. कुल मिलाकर मुंगेर-मिर्जाचौकी फोरलेन पर ये दीवारें सड़क को ज्यादा सुरक्षित और आवागमन को आरामदायक बनायेगी. कहलगांव और पीरपैंती क्षेत्र में फोरलेन से कनेक्ट सर्विस रोड और शहरी एरिया को छोड़ बहियार साइट अलाइनमेंट में फोरलेन के दोनों किनारे दीवारें दी गयी है.
फोरलेन सड़क निर्माण परियोजना 2025 में पूरी होने की उम्मीद
मुंगेर से मिर्जाचौकी तक फोरलेन सड़क निर्माण परियोजना 2025 में पूरी होने की उम्मीद है. इस परियोजना के तहत, मुंगेर और मिर्जाचौकी के बीच 124 किलोमीटर की ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क बनायी जा रही है. यह सड़क ग्रीनफील्ड है, यानी कि यह पहले से मौजूद सड़क के ऊपर नहीं बनायी जा रही है, बल्कि पूरी तरह से नयी सड़क है.
प्राेजेक्ट डिटेल्स
लंबाई: 124 किलोमीटर
निर्माण: ग्रीनफील्ड फोरलेन
निर्माणकर्ता: दो एजेंसी
समय सीमा: 2025 तक
लागत: 5474 करोड़ रुपये
टोल: इस फोरलेन पर दो जगहों पर टोल प्लाजा बनाये जायेंगे
प्रोजेक्ट का उद्देश्य
मुंगेर और मिर्जाचौकी के बीच आवागमन को सुगम बनाना.
सड़क के किनारे हरियाली का विकास करन.
सड़क को रोशनी से जगमगाना.
स्थानीय किसानों और लोगों को सुविधा प्रदान करना.
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महत्वपूर्ण बातें
- फोरलेन सड़क निर्माण के दौरान स्थानीय किसानों को अपने खेतों तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है.
- कुछ स्थानीय लोगों ने सड़क निर्माण में बाधा बन रहे अतिक्रमण के खिलाफ भी विरोध प्रदर्शन किया है.
सड़कों के किनारे और डिवाइडर पर लगाये जा रहे पौधे
फोरलने की सड़क को हरा-भरा बनाने और प्रदूषण कम करने के उद्देश्य से अब उनके किनारों और डिवाइडर पर पौधे लगाये जा रहे हैं. हालांकि, इसकी अभी शुरुआत हुई है. पूरे फोरलेन में पौधो लगाये जायेंगे. इस पहल से न केवल सुंदरता बढ़ेगी, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी. ये पौधे धूल और शोर को कम करने में सहायक होंगे. साथ ही हवा को शुद्ध करने में भी मदद करेंगे. हरियाली बढ़ने से गर्मियों में तापमान भी थोड़ा कम महसूस होगा.
सड़कों पर लगेंगे नए माइलस्टोन, दूरी जानना होगा आसान
फोरलेन सड़क पर सफर के दौरान आपको अपनी मंजिल की दूरी जानने में और भी आसानी होगी. विभिन्न माइलस्टोन बोर्ड लगाए जायेंगे. एनएचएआइ ने इसकी भी शुरूआत कर दी है. ये बोर्ड प्रमुख शहरों और गांवों की दूरी स्पष्ट रूप से दर्शाया जायेगा, जिससे यात्रियों को रास्ता समझने काफी मदद मिलेगी.
दूधिया रोशनी से जगमगायेगा फोरलेन
फोरलेन जिले की पहली ऐसी सड़क होगी जो पूरी तरह से दूधिया रोशनी से जगमगायेगी. यह पहल न केवल रात में आवागमन को सुरक्षित बनाएगी, बल्कि सुंदरता में भी चार चांद लगायेगी. इससे रात के समय यात्रियों को आवागमन में आसानी होगी. दुर्घटनाओं में कमी आने की भी उम्मीद है.
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