एनटीपीसी कहलगांव परियोजना ने अपना 41वां स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया. भव्य समारोह कर गौरवशाली उपलब्धियों और प्रेरणादायक भविष्य की दिशा में अपने संकल्प को मजबूत किया. मुख्य समारोह का शुभारंभ एनटीपीसी के कार्यकारी निदेशक संदीप नायक के ध्वजारोहण से हुआ. सभी विभागाध्यक्ष, यूनियन, एसोसिएशन प्रतिनिधि, कर्मी व सहयोगी एजेंसियों के सदस्य काफी संख्या में उपस्थित थे. ध्वजारोहण के पश्चात एनटीपीसी का नैगम गीत अंधकार की घोर निशा में, ज्योति किरण बन कर हम छाए…गूंज उठा, जिससे वातावरण राष्ट्रनिर्माण की भावना से ओतप्रोत हो उठा. श्री नायक ने कहा 23 मई 1984 को बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री चंद्रशेखर सिंह ने परियोजना की आधारशिला रखी. आज 41 वर्षों के अथक परिश्रम, प्रतिबद्धता और नवाचार के साथ एनटीपीसी कहलगांव न केवल विद्युत उत्पादन में अग्रणी है, बल्कि राज्य और राष्ट्र के ऊर्जा मानचित्र पर अपनी विशिष्ट पहचान बना चुका है. उन्होंने स्टेशन की प्रमुख उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए बताया कि संचालन, अनुरक्षण और मानव संसाधन विकास जैसे क्षेत्र में एनटीपीसी कहलगांव ने अनुकरणीय प्रदर्शन किया है. सामाजिक दायित्वों के निर्वहन में संस्था निरंतर सक्रिय रही है. इस गौरवपूर्ण अवसर पर नेताजी सुभाष चंद्र प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में एनटीपीसी के पूर्व सेवानिवृत्त कर्मियों को अंगवस्त्र एवं स्मृति-चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया. श्री नायक ने उन्हें सम्मानित करते हुए कहा कि आज की उपलब्धियों की नींव उन्हीं के समर्पण और परिश्रम पर टिकी है. स्थापना दिवस को केवल अतीत की उपलब्धियों का उत्सव नहीं बनाया, बल्कि भविष्य की ओर अग्रसर होने का संकल्प लिया. मौके पर महाप्रबंधक प्रभात रंजन बारीक, कमांडेंट भारती नंदन, अपर महाप्रबंधक, मानव संसाधन भास्कर गुप्ता, सीएमओ डॉ सुष्मिता सिंह मौजूद थी.
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