प्रतिनिधि, सुलतानगंज.
अंतिम सोमवारी का है विशेष महत्व
श्रद्धालुओं का कहना है कि सावन की अंतिम सोमवारी को जलार्पण करना विशेष पुण्यदायक माना जाता है. इसी उद्देश्य से शुक्रवार को हजारों कांवरिया सुलतानगंज से गंगाजल लेकर बाबाधाम रवाना हुए. कई कांवरियों ने बताया कि वे वर्षों से इसी दिन जल उठाकर बाबा को अर्पण करते हैं. सुबह से देर शाम तक बोल बम के गगनभेदी नारों से सुलतानगंज गूंजता रहा. नमामि गंगे घाट, अजगैवीनाथ मंदिर घाटों पर गंगास्नान के बाद कांवर लेकर जल भरकर कांवरिया बाबाधाम गये. भीड़ को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद देखा गया. पुलिस, दंडाधिकारी और नगर परिषद की टीम लगातार निगरानी कर रही है. सीसीटीवी और वॉच टावर से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है. सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद है. सरकारी आंकड़ा कृष्णगढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार शुक्रवार शाम 6 बजे तक सामान्य कांवरिया 2,20,519 दर्ज किया गया है. 692 डाकबम में 10 महिलाओं ने 24 घंटा में जलार्पण का प्रमाण पत्र लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
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