गोराडीह में हवाई अड्डा स्थापित करने का किया था अनुरोध
गोराडीह में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा स्थापित करने के लिए सांसद अजय मंडल ने अनुरोध किया था. इस पर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने नियम का भी हवाला दिया है. भारत सरकार के नागरिक विमानन मंत्रालय ने देश भर में नये हवाई अड्डों के विकास के लिए एक ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा नीति तैयार की है. इसके तहत राज्य सरकार या हवाई अड्डे के संचालक को उपयुक्त स्थल पहचान कर व्यवहार्यता अध्ययन (फिजिबिलिटी स्टडी) करवाना होता है. इसके बाद आवेदन को साइट क्लीयरेंस और सैद्धांतिक एप्रूवल के लिए निर्धारित प्रारूप में नागर विमानन मंत्रालय को भेजा जाता है. इसी नीति के तहत भागलपुर में संभावना तलाशी जा रही है और मूल्यांकन किया जा रहा है.
गोराडीह में एयरपोर्ट के लिए राज्यसभा की समिति को दिया था तर्क
- गोराडीह ऐतिहासिक पर्यटक स्थल, राष्ट्रीय संस्थाओं व बिहार-बंगाल बॉर्डर के नजदीक है.
- भागलपुर संसदीय क्षेत्र में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट के निर्माण की बिहार कैबिनेट से मंजूरी मिल चुकी है.
- बिहार कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू हो गयी है.
- गोराडीह में निर्माण की बात शुरू से ही तय थी. जमीन की खरीद-फरोख्त पर रोक भी लगायी गयी थी.
- गोराडीह से 15-20 किलोमीटर रेडियस में विक्रमशिला महाविहार, पीएम पैकेज के तहत प्रस्तावित विक्रमशिला सेंट्रल यूनिवर्सिटी है.
- गोराडीह से 15-20 किलोमीटर रेडियस में ट्रिपल आइटी, सीपेट, सॉफ्टवेर आइटी पार्क, इंजीनियरिंग कॉलेज है.
- गोराडीह से 15-20 किलोमीटर रेडियस में कहलगांव एनटीपीसी, प्रस्तावित पीरपैंती एनटीपीसी, सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल है.
- इससे व्यापारी, अधिकारी और पर्यटकों को हवाई सेवा का लाभ लेना सुलभ होगा.
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2023 में जारी हुआ था गैरसरकारी संकल्प
भागलपुर जिला में हवाई अड्डा निर्माण की मांग विधानसभा में उठी थी. इस पर हवाई अड्डा निर्माण किये जाने के लिए मंत्री ने सरकारी आश्वासन दिया था, जिस पर 31.03.2023 को गैरसरकारी संकल्प जारी किया गया था. सरकार के स्तर से इन कार्रवाइयों के बाद सिविल विमानन निदेशालय के निदेशक निशीथ वर्मा ने डीएम को गत 05.02.2024 को आवश्यक पत्र भेज कर 475 एकड़ भूमि चिह्नित कर रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया. इसके बाद जिला प्रशासन के स्तर से गोराडीह में 660.57 एकड़ भूमि का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया. इसके बाद सुलतानगंज में सुलतानगंज-देवधर सड़क के पश्चिम व निर्माणाधीन फोरलेन के दक्षिण 855 एकड जमीन चिह्नित कर प्रस्ताव सरकार को भेज दिया गया.
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