आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर संगोष्ठी भागलपुर के एक होटल में हुई. संगोष्ठी में नप मुख्य पार्षद राजकुमार गुड्डू भी पहुंचे. मुख्य पार्षद ने बताया कि जिला के प्रभारी मंत्री ने कार्यक्रम में शिरकत की. उन्होंने कहा कि आपातकाल की विभीषिका, लोकतंत्र पर कुठाराघात और भारतीय जनसंघ से लेकर भाजपा के संघर्ष व बलिदान की स्मृतियों को जनमानस तक पहुंचाना है. उन्होंने कहा कि 25 जून 1975 को लगाये गये आपातकाल के विरोध में काला दिवस मनाते हैं. तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने लोकतंत्र पर काला धब्बा लगाते हुए पूरे देश में आपातकाल की घोषणा की थी. आंतरिक शांति के बहाने देश में आपातकाल को थोपा व अनुच्छेद 352 का दुरुपयोग किया, जिसका मुख्य कारण कोई युद्ध या विद्रोह की स्थिति नहीं बल्कि चुनाव रद्द करना व सत्ता बचाने की हताशा थी. 50 वर्ष पूर्व आपातकाल के नाम पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जो किया और देश की जनता ने सहा. आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार देश का विकास कर रही है और देश की अर्थव्यवस्था को 11वें स्थान से चौथे स्थान पर ले आयी है.
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