झटके को बर्दाश्त नहीं कर पाया पंचानंद
परिजनों के अनुसार, पंचानंद को पूरी उम्मीद थी कि उसका नाम फाइनल मेधा सूची में जरूर आएगा, लेकिन शुक्रवार को जब अंतिम सूची प्रकाशित हुई और उसका नाम उसमें नहीं था, तो वह गहरे सदमे में चला गया. घरवालों ने बताया कि पंचानंद इस झटके को बर्दाश्त नहीं कर पाया और आत्मघाती कदम उठा लिया.
अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो चुकी थी मौत
घटना की जानकारी मिलते ही परिजन उसे लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोपालपुर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुधांशु कुमार ने बताया कि युवक को गंभीर अवस्था में लाया गया था, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. परिजनों ने शुरुआत में बताया कि वह छत से गिरा है, लेकिन जांच में यह स्पष्ट हुआ कि उसने आत्महत्या की है.
परिजनों से पूछताछ में हुई आत्महत्या की पुष्टि
घटना की सूचना मिलते ही गोपालपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की तफ्तीश शुरू कर दी. पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की, जिसमें आत्महत्या की पुष्टि हुई. शव को कब्जे में लेकर पंचनामा की कार्रवाई की गई और पोस्टमार्टम के लिए अनुमंडलीय अस्पताल नवगछिया भेजने की प्रक्रिया शुरू की गई है.
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