असद अशरफी, कहलगांव पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार के जवाबी हमले के बाद बुधवार को मॉकड्रिल कराया गया. सरकार ने अपने विभिन्न विभागों व कल कारखानों में सुरक्षा को बढ़ा हाई अलर्ट जारी कर दिया है. कहलगांव एनटीपीसी को भी हाई अलर्ट कर दिया गया है. एनटीपीसी के केन्द्रीय कार्यालय से कुछ निर्देश जारी किये गये हैं, जिसका एनटीपीसी पालन कर रही है. एनटीपीसी के अधिकारी ने बताया कि हमलोगों से कहा गया है कि साइट पर आईटी सिस्टम की साइबर सुरक्षा को कड़ाई से लागू किया जाए ताकि साइबर अटैक से बचा जा सके. चिमनी, बॉयलर और टरबाइन की बाहरी लाइट को बंद करने व स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय में रहें. सूर्यास्त से पहले इन क्षेत्रों में डमी लाइट ऑफ प्लान का अभ्यास किया जाए. चिमनी की लाइटें बंद की जाती हैं, तो नजदीकी हवाई अड्डे को सूचित करना आवश्यक है. पर्याप्त पोर्टेबल लाइट्स तैयार रखें और आवश्यकता पड़ने पर तुरंत खरीदी जाएं. पावर और ट्रांसमिशन लाइन में किसी प्रकार की गड़बड़ी की स्थिति में स्वीकृत एसओपी का पालन किया जाए. चिकित्सा टीम को तैयार रखा जाए व एम्बुलेंस की तत्परता सुनिश्चित की जाए.आकस्मिक आवश्यकताओं के लिए सीएमओ स्थानीय अस्पतालों से समन्वय स्थापित किया जाए. आपातकालीन लाइट्स, डीजल जेनरेटर सेट और अग्निशमन प्रणाली को तैयार रखा जाए. स्वीकृत डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान के अनुसार साइट की पूर्ण तैयारी सुनिश्चित की जाए. सीआईएसएफ व आंतरिक सुरक्षा एजेंसी को हाई अलर्ट कर दिया गया है. सभी आने-जाने वाले वाहनों की जांच हो रही है. आम लोगो को भी चेकिंग प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है. एनटीपीसी के आवासीय परिसर में कार्यरत आंतरिक सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट कर दिया गया है. सीआइएसएफ व बिहार पुलिस के एनटीपीसी थाना को चौकन्ना रहने का आदेश दिया गया है. एसडीपीओ कल्याण आनंद ने बताया कि पहलगाम हमले के बाद से ही हमलोग काफी चौकन्ना व सजग हो गये हैं. पुलिस गश्ती बढ़ा दी गयी है. सभी वाच टावरों पर जवानों को मुस्तैद कर दिया गया है.
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