भागलपुर
उर्दू निदेशालय बिहार व जिला प्रशासन के तत्वावधान में गुरुवार को टाउन हॉल में एक दिवसीय फरोग-ए-उर्दू कार्यशाला, सेमिनार एवं मुशायरा का आयोजन किया गया. उप विकास आयुक्त सह प्रभारी जिला पदाधिकारी प्रदीप कुमार सिंह, डीआरडीए के उपनिदेशक दुर्गा शंकर, वरीय उप समाहर्ता कुमार मिथिलेश सिंह व रुस्तम अली ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम का उद्घाटन किया.
मौके पर उप विकास आयुक्त ने कहा कि उर्दू एक सौहार्द बढ़ाने वाली भाषा है. इसे तकनीकी भाषा के रूप में विकसित करने की आवश्यकता है. उर्दू का भारत की स्वतंत्रता में योगदान बहुत ही सराहनीय है. वहीं, कार्यक्रम में आलेख पाठक में डॉ खालिदा नाज, मो शहाबुद्दीन व प्रो सफदर इमाम कादरी ने भाग लिया. डेलिगेट्स के रूप में डॉ तस्लीम आरिफ व डॉ शाहिद रजा जमाल ने भाग लिया. शायर में जौसर अयाग, मजहर मुजाहिदी, रखशां हाशमी, अरशद परवेज, शब्बीर अहमद जाफरी, सय्यदा असमा, मोहम्मद हुसैन, फैज रहमान फैज, इकराम हुसैन शाद, कलीम आजर व मोहम्मद मोइनुद्दीन महवर ने अपनी मुशायरा में कलाम पेश किया. कार्यक्रम के अंत में वरीय उप समाहर्ता काव्य पाठ किया. संचालन मोहम्मद सादिक आजमी ने किया. मौके पर जिला के सभी उर्दू स्कूल के शिक्षक, छात्र-छात्राएं सहित अरशद मुश्ताक, मोहम्मद मुर्तजा हुसैन, साकिब अर्शी, महरुननिशा, मोहम्मद अंसारुल हक, अमित कुमार, निकेश भारती, मोहम्मद आसिफ इकबाल, मोहम्मद मुजफ्फर उल इस्लाम, मोहम्मद मुजाहिद आलम, मोहम्मद अफरोज आलम आदि मौजूद थे.
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