टीएमबीयू परिसर स्थित लालबाग प्रोफेसर कॉलोनी में पानी संकट गहराने लगा है. कॉलोनी में करीब 35 परिवार व पांच गर्ल्स हॉस्टल में रहने वाली छात्राओं को भी पानी के संकट से जूझना पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि कॉलोनी स्थित बाेरिंग का जलस्तर नीचे चला गया है. ऐसे में बोरिंग से पानी की सप्लाई सुचारु रूप से नहीं हो पा रही है. पानी संकट के कारण कॉलोनी में रहने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं के परिवार के लोग बाहर से पानी खरीद कर पी रहे हैं.
लालबाग विकास परिषद के सचिव सह असिस्टेंट प्रोफेसर अजीत कुमार ने कहा कि भीषण गर्मी के कारण कॉलोनी का जलस्तर लगातार नीचे जा रहा है. ऐसे में बोरिंग से पानी की सप्लाई नियमित रूप से नहीं मिल पा रही है. कहा कि पिछले साल भी कॉलोनी में रहने वाले 35 शिक्षकों के परिवार को पानी संकट की परेशानी से जुझना पड़ा था. मामले में कुलपति के आदेश पर बोरिंग में कुछ नया पाइप जोड़ा गया था. इसके बाद से बाेरिंग से उनलोगों को पानी मिल रहा था, लेकिन इस बार फिर से पानी संकट का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने विवि प्रशासन से आग्रह किया है कि नये बोरिंग की व्यवस्था करायी जाये, ताकि कॉलोनी के शिक्षकों को सुचारु रूप से पानी मिल सके.
कर्मचारी मनमाना रूप से चलाते है मोटर
लालबाग विकास परिषद ने रजिस्ट्रार को लिखित शिकायत की है कि कर्मचारी मनमानी रूप से मोटर चलाते हैं. आवेदन में कहा कि सुबह के समय में बाेरिंग चलाने की जिम्मेवारी कर्मचारी राजेंद्र पासवान को दी गयी है, लेकिन कुछ समय से उनके अनियमितता के कारण यहां रहने वाले परिवारों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है. अजीत कुमार ने आरोप लगाया कि कर्मचारी सुबह में बोरिंग लेट से चालू करता है. एक-सवा घंटे के अंदर ही बंद करके चले जाते हैं. ऐसे में कॉलोनी में रहने वाले परिवार को पानी सुचारु रूप से नहीं मिल पाता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है