= जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में तैनात थे इस्माइलपुर प्रखंड के पछियारी टोला डिमाहा के हवलदार संतोष कुमार
प्रतिनिधि, नवगछिया
इधर, जैसे ही सेना के अधिकारी के द्वारा संतोष के शहीद हो जाने की सूचना मिली, गांव में शोक की लहर दौड़ गयी. हालांकि, इस संबंध में मृतक के छोटे भाई अभिनव कुमार ने बताया कि मंगलवार की सुबह पांच बजे युनिट से सेना के अधिकारियों का फोन आया कि संतोष कुमार शहीद हो गये. अभिनव ने बताया कि सेना के अधिकारी ने हमें जानकारी दी कि सोमवार की रात करीब एक बजे सेना के द्वारा चलाये गये सर्च ऑपरेशन के दौरान वे अपने दस्ते के साथ थे, इसी दौरान संतोष यादव को दुश्मनों की गोली लग गयी. इलाज के लिए अस्पताल ले जाने के दौरान उनकी मौत हो गयी. अभिनव ने बताया कि उनका भाई देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए हैं, उनके शहादत पर हमें गर्व है.
वर्ष 2012 में सेना में किया था नौकरी ज्वाइन
तीन बेटी और एक चार वर्षीय बेटे के सिर से उठा पिता का साया
संतोष कुमार की शादी वर्ष 2007 में पीरपैंती के बकिया दियारा में साधना कुमारी से हुई थी. संतोष को तीन पुत्री व एक पुत्र है. बड़ी पुत्री सीबीएससी बोर्ड से मैट्रिक की परीक्षा पास की है. दीप्ती 11 वर्ष की, इशिका नौ साल की और पुत्र लक्ष्य चार वर्ष का है. अब इन बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है. पत्नी साधना कुमारी बच्चों के साथ भागलपुर में रहती हैं. सभी बच्चे निजी स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
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