खानकाह पीर दमड़िया शाह खलीफाबाग में बुधवार को खानकाह की ओर से ””””””””सदाए तसव्वुफ”””””””” पत्रिका व ””””””””संक्षिप्त इतिहास, खानवाद ए पीर डमड़िया शाह”””””””” पुस्तक का एक समारोह के दौरान विमोचन किया गया. खानकाह से प्रकाशित त्रैमासिक पत्रिका सदाए तसव्वुफ थी, जो सूफी तालीमात, इस्लामी मूल्यों, इस्लाह पसंद लेखों और उर्दू साहित्य से सुसज्जित है. दूसरी रचना अहमद शाही द्वारा लिखित पुस्तक संक्षिप्त इतिहास खानवाद-ए-पीर दमड़िया शाह भागलपुर थी, जो इस महान रूहानी खानदान की सेवाओं, जीवन परिचय, वैचारिक विरासत और सामाजिक प्रभाव पर आधारित एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है. मौके पर खानकाह के सज्जादानशीन सह पत्रिका के प्रधान संपादक मौलाना सैयद शाह फखरे आलम हसन ने कहा कि यह महज एक विमोचन नहीं, बल्कि एक वैचारिक काफिले की शुरुआत है, जो रूहानियत, ज्ञान और इंसानियत के पैगाम को फैलायेगा. यह दीन, तालीम व इस्लाह पर आधारित त्रैमासिक पत्रिका “सदाए तसव्वुफ ” अल्लाह के फज्ल और करम से आज अपने विमोचन के मुकाम पर पहुंच चुकी है. खानकाह के पूर्व सज्जादानशीन मेरे वालिद हजरत मौलाना सैयद शाह हसन मानी नदवी रहमतुल्लाह की पुरानी ख्वाहिश व उनके ख्वाब आज इस मौके पर पूरे हो रहे हैं. जिसके लिए हम खानकाह-ए-पीर दमड़िया शाह के सभी जुड़े लोगों की तरफ से अल्लाह का शुक्र अदा करते हैं. इस पत्रिका के जरिये जो असली तसव्वुफ, एहसान और नबी करीम की तालीमात को उजागर किया गया है, वह समाज में अमल में आये. इस अवसर पर प्रो शाहिद रजा जमाल, मौलाना मुतिउर्रहमान, मौलाना अब्दुल्ला बुखारी, डॉ गुलाम सरवर अशरफी, प्रो मुमताज अहमद, वरिष्ठ नेता सैयद शाह अली सज्जाद, मौलाना असजद नाजरी नजर आदि मौजूद थे.
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