कहलगांव नगर के पूरब टोला वार्ड 15 पांडे गली में आयोजित श्रीराम कथा के छठे दिन केकई दशरथ संवाद पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कथा वाचिका साध्वी वृज किशोरी ने कहा कि विश्वास बनाये रखना ही हमारे जीवन को एक नयी दिशा प्रदान करता है. विश्वास वह अस्त्र है जिसके बल पर हम टूटते रिश्तों को फिर से जोड़ सकते हैं. अपने आप को दूसरों से कम आंकना सबसे ज्यादा कमजोरी है. संतों ने कहा है कि प्रत्येक वह जो तुम्हें शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक स्तर पर कमजोर बताता है, उसे त्याग कर देना चाहिए. आपकी स्वयं की कमजोरी ही आपके जीवन के लिए जहर बन जाती है. विचार शक्ति को रुग्ण बना देती है. रुग्ण विचार ही जीवन की प्रगति में सबसे बड़ी बाधक है. अपनी क्षमता पहचान कर उसका विस्तार करें. कलियुग में केवल राम का नाम जपने से ही बेड़ा पार हो जायेगा. कथा के छठे दिन कथा श्रवण के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जमी रही.
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