रसोईया का काम करतीं हैं रिंकू देवी
जानकारी के मुताबिक, रिंकू देवी राज्यभर के नगर निकाय क्षेत्र से दूसरी महिला हैं, जिन्हें यह सम्मान मिला है. रिंकू देवी स्कूल में रसोईया का काम करतीं हैं. उनके पति का नाम दूधनाथ चौधरी है. वह हनुमान टोला धरहरा वार्ड संख्या 33 की निवासी हैं. रिंकू देवी ने बताया कि, 15 अगस्त पर राष्ट्रपति से मिलने और डिनर कार्यक्रम में शामिल होने का सौभाग्य मिला है. यह मेरे लिए गर्व का क्षण है.
‘अच्छे काम का परिणाम अच्छा ही होता है…’
रिंकू देवी ने यह भी बताया कि, भारतीय डाक से राष्ट्रपति की ओर से 15 अगस्त 2025 को सम्मानित होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. उनके साथ डिनर का भी सौभाग्य मिला है. हमें साल 2020-21 में आवास योजना का लाभ प्राप्त हुआ था. आवास निर्माण में मैंने सभी नियम का पालन करते हुए आवास योजना की 2 लाख रुपये और कुछ राशि खर्च कर घर बनवाया. यह सम्मान मिलना इस बात को दर्शाता है कि, अच्छे काम का परिणाम हमेशा अच्छा ही होता है.
दिनभर की एक्टिविटी को बताया
रिंकू देवी ने अपने दिनभर की एक्टिविटी को लेकर बताया कि हर रोज सुबह 5 बजे घर से निकलती हैं. सुबह वह किसी के घर में झाड़ू-पोछा का काम करती हैं, उसके बाद 10 से 2 स्कूल में रसोईया का काम करती हैं. इसके बाद घर लौटने के दौरान भी एक दो घरों में काम करती हैं. उसके बाद ही करीब 5 बजे तक अपने घर पहुंचती हैं. रिंकू देवी को एक बेटा और एक बेटी है. रसोईया और घर का काम करते-करते ही उन्होंने दोनों बच्चों को 12वीं तक पढ़ाया-लिखाया. लेकिन, पैसे की कमी की वजह से उनकी आगे की पढ़ाई नहीं करा पा रही हैं. रिंकू देवी के पति हैं, लेकिन उनका साथ नहीं मिलता है.
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