संजय जायसवाल ने सीट बंटवारे में देरी पर कहा कि इन चीजों में कुछ समय लगता है. उन्होंने कहा कि रामविलास जी तबीयत खराब है इसलिए भी थोड़ी देरी हुई है. हमें विश्वास है कि जल्द ही सारी चीजें सुलझा लेंगे. उ्होंने कहा- अगर वह स्वस्थ रहते, तो कब का समझौता हो चुका होता. उनकी अस्वस्थतता की वजह से भी कुछ दिक्कतें आ रही हैं लेकिन एनडीए पूरी तरह से एक है.
वहीं, उन्होंने कहा कि सीटों का बंटवारा किसी की वजह से नहीं अटका हुआ है. रामविलास पासवान में बिहार में हम सभी के लिए एक महत्वपूर्ण नेता हैं. बता दें कि बिहार चुनाव के पहले चरण के नामांकन के दो दिन बीत चुके हैं लेकिन महागठबंधन और एनडीए में अभी तक सीट बंटवारे का मुद्दा उलझा हुआ है. ऐसा लग रहा था कि शुक्रवार को सीट बंटवारे का मामला सुलझ जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं.
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इसी बीच, चिराग पासवान के करीबी और प्रदेश प्रवक्ता अशरफ अंसारी ने शुक्रवार को कहा कि वे ‘बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट’ विजन डॉक्यूमेंट को लागू करेंगे. पार्टी नीतीश सरकार के ‘सात निश्चय’ को नहीं मानती. सात निश्चय के सभी कार्य अधूरे रह गए. सात निश्चय भ्रष्टाचार का पिटारा है.
अब सभी की निगाहें लोजपा की शनिवार को होने वाली बैठक पर टिकी हुई हैं. गौरतलब है कि लोजपा ने शनिवार शाम 5 बजे केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक बुलाई है. इसमें सीटों को लेकर बड़ा फैसला हो सकता है.
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Posted By: Utpal kant