उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव प्रधानमंत्री के विकसित बिहार के सपने और अपने अभिभावक राम विलास पासवान की 50 वर्षों के कार्यों को बिहार वासियों के सामने रखने का अवसर है. चुनाव की घोषणा के इस महत्वपूर्ण अवसर पर थोड़ा भावुक भी हूं. पापा अस्पताल में है और मार्गदर्शन करने वाले उनके शब्दों की कमी महसूस कर रहा हूं.
उन्होंने कहा कि मैं बिहारियों के लिए उनकी कल्पना को साकार करने की कोशिश करूंगा. पिछले 50 साल में पहली बार ऐसा हुआ है कि जब आप सब के नेता और मेरे पापा इस चुनाव में बिहार में उपस्थित नहीं हो पायेंगे. लेकिन, मुझे विश्वास है कि वो जल्द डिजिटल माध्यम सभी बिहारवासीयों से जुड़ेंगे.
पिछले कई दिनो में पापा के पुराने मित्रों और सहयोगियों ने मुझे फोन कर उनका हाल समाचार जाना है. इस मुश्किल घड़ी में मेरे साथ खड़े होने के लिए आप सब का आभार. जो लोग बिहार पर नाज करना चाहते हैं. उन सभी से अपील करता हूं कि ‘बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट’ की सोच के साथ आगे आये नया बिहार युवा बिहार बनाये.