करायपरसुराय. प्रखंड के सभागार कक्ष में अंचलाधिकारी मणिकांत कुमार की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन विभाग की बैठक की हुई. जिसमें संभावित बाढ़ से निपटने की तैयारियों पर चर्चा की गयी. बैठक की संचालन बीडीओ नंदकिशोर करते हुए कहा कि करायपरशुराय बाढ़ प्रभावित क्षेत्र नहीं है. लेकिन, कभी-कभी लगातार वर्षापात के कारण फल्गु नदी में झारखंड से पानी आने स्थिति उत्पन्न हो जाती है. पिछले साल भी झारखंड में लगातार वर्षा होने से फल्गु नदी से जुड़ी नदी लोकाईन में कई स्थानों पर बाढ़ की समस्या आ गयी थी. लिहाजा सभी लोगों को सतर्क और सजग रहने की जरुरत है. संभावित खतरे से निबटने के लिए पूर्व में ही तैयारी कर लेना जरुरी है. इस मौके पर सीओ मणिकांत कुमार ने निर्देश देते हुए कहा कि संभावित बाढ़ वाले स्थल (नदी/नाले) को चिह्नित करें और बाढ़ से प्रभावित लोगों को ऊंचे स्थानों पर रखने के लिए भी स्थल को चिन्हित करें. वर्षामापक यंत्र सभी प्रखंडों में कार्यरत है, जिसकी मॉनीटरिंग करते रहें, ताकि समय रहते लोगों को सचेत किया जा सके. उन्होंने तटबंधों की सुरक्षा, सूचना की व्यवस्था करने का निर्देश दिया. बाढ़ से निपटने के लिए मोटर वोट चालक, गोताखोर, नाव का रजिस्ट्रेशन एवं मरम्मत, पॉलीथिन सीट, गुड़, सत्तू आदि की व्यवस्था आपदा आने से पूर्व की जायेगी. शरण स्थल के लिए ऊंचे स्थानों को 17 जगह चिन्हित किया गया है जहां शौचालय, पीने का पानी, बिजली की व्यवस्था, मैकिग सिस्टम, साफ-सफाई, मास्क, सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था जायेगी. प्राथमिक उपचार को डॉ. अरुण कुमार सिन्हा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग हर विपरीत परिस्थितियों के लिए पूरी तरह अलर्ट है. सभी पीएचसी स्तर पर रैपिड रिस्पॉन्स टीम, एक्शन टीम पूरी तरह तैयार है. डायरिया, बुखार, सांप या बिच्छू के काटने की स्थिति में इलाज की पूरी सुविधा है. पशुपालन विभाग इसकी पदाधिकारी की उपस्थिति नहीं होने के करण इसकी जानकारी बिभाग से नहीं मिल पाया पशु चारा की समूचित जानकारी पशु से जुड़ी दवा की जानकारी नहीं मिल पाया इस मामले मे संबंधित पदाधिकारी से जिला पदाधिकारी को सूचित करते हुए तत्काल स्पष्टीकरण मांग की गयी है. बाढ़ आपदा से निपटने के लिए महाजाल की व्यवस्था, टेंट की व्यवस्था, खाली सीमेंट की बोरी, जेनरेटर सेट की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया. राज्य खाद्य निगम को पूरी तरह से अलर्ट रहने को कहा गया. बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़क एवं पुल-पुलिया को मरम्मत हेतु आरडब्लूडी, आरसीडी के कार्यपालक अभियंता को तैयार रहने का निर्देश दिया गया. कृषि विभाग को निर्देश दिया गया कि बाढ़ आपदा से प्रभावित किसानों को वैकल्पिक फसल योजना का लाभ देने के लिए पूर्व तैयारी करें. अंचलाधिकारी संभावित बाढ़ के मद्देनजर संबंधित नदी का निरीक्षण, तटबंध की सुरक्षा, रूट प्लान, कम्युनिकेशन प्लान निर्धारित कर अन्दर जिला आपदा शाखा में सुनिश्चित किया गया है. बैठक के अंत में अंचलाधिकारी मणिकांत कुमार ने कहा की प्रखंड आपदा की बैठक अनुपस्थित रहने के करण थाना प्रभारी अमित कुमार, चिकसौरा थानाध्यक्ष रविंद्र कुमार, पीएचइडी के कनीय अभियांता, आरडब्ल्यूडी के कनीय अभियांता, पशु चिकित्सा पदाधिकारी, अन्य अनुपस्थित पदाधिकारी को बैठक से अनुपस्थित पदाधिकारी को जिला पदाधिकारी को बैठक सूचना देते हुए गायब पदाधिकारी को एक दिन कटौती का अनुरोध किया गया है. बैठक में प्रखंड के मुखिया अन्य लोग शामिल थे.
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