बरबीघा़ एक टेंपो चालक से मारपीट कर थूक चटवाने के मामले में जिले के मेंहुस थाना अध्यक्ष प्रवीण चंद्र दिवाकर को सस्पेंड कर दिया गया है. जानकारी देते हुए जिले के एएसपी डॉ राकेश कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद एसपी बलीराम चौधरी के निर्देश पर उन्होंने खुद थाने में जाकर जांच पड़ताल किया था. जांच पड़ताल के दौरान टेंपो चालक से थाना अध्यक्ष द्वारा किये गये अमानवीय व्यवहार की घटना सत्य पायी गयी. इसके बाद मामले पर संज्ञान लेते हुए तत्काल प्रभाव से उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना पुलिस महकमा के लिए भी किसी धब्बा से कम नहीं है. थानाध्यक्ष प्रवीण चंद्र दिवाकर का व्यवहार किसी भी दृष्टिकोण से क्षमा करने योग्य नहीं था. इसलिए उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करते हुए लाइन हाजिर कर दिया गया है. उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए पुलिस अधीक्षक को लिखा गया है. गौरतलब हो कि इस मामले को सबसे पहले विधायक सुदर्शन कुमार ने उठायी थी. उन्होंने मामले में जिला के पुलिस कप्तान से बातचीत करने के अलावा मुंगेर के डीआइजी और बिहार के डीजीपी के साथ-साथ उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और सम्राट चौधरी को मामले से अवगत कराया था. इस बीच जिले में सोशल मीडिया पर यह घटना चलने के बाद जंगल में आग की तरह फैल गयी. दबाव में आकर जिला प्रशासन में इस मामले में तुरंत जांच किया और मामला सत्य पाये जाने पर दारोगा के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे सस्पेंड कर दिया गया. शेखपुरा. शेखपुरा जिला के मेंहुस थाना क्षेत्र में बुलेट से गुजर रहे सिविल ड्रेस वाले थाना अध्यक्ष को साइड नहीं देना एक टेंपो चालक को काफी महंगा पड़ा. गुस्से में लाल हुए दारोगा जी ने टेंपो चालक को पकड़कर थाने पर ले जाकर बेरहमी से पिटाई कर दी. दारोगा पर पीड़ित से थूक चटवा कर माफी मंगवाने का भी आरोप लगा है. पीड़ित की पहचान मेंहुस गांव निवासी अजय मिश्रा के 26 वर्षीय पुत्र प्रद्युम्न कुमार के रूप में किया गया है. पीड़ित का कहना है कि वह सोमवार के संध्या 7:30 बजे के आसपास चौक पर से सवारी उतार कर वापस घर जा रहा था. पीछे से थाना अध्यक्ष प्रवीण चंद्र दिवाकर सादे निवास में बुलेट बाइक से आ रहे थे. थानाध्यक्ष साइड लेने के लिए लगातार हॉर्न बजा रहे थे. साइड देने में थोड़ी देर हुई, तो उन्होंने फिल्मी स्टाइल में आगे बढ़कर टेंपो चालक के आगे अपना बुलेट बाइक खड़ी कर दिया. इसके बाद थाने से अन्य पुलिसकर्मियों को बुलाया गया. पीड़ित का आरोप है कि बीच सड़क पर ही थानाध्यक्ष प्रवीन चंद्र झा ने लाठी से उनकी बेरहमी से पिटाई करनी शुरू कर दी. इसके बाद पीड़ित का गाड़ी जब्त करते हुए पुलिस उन्हें पड़कर थाने पर ले गयी. इसके बाद थाने में भी उसकी भरपुर पिटाई की गयी. पीड़ित का आरोप है कि इसके बाद थाना अध्यक्ष ने उसकी जाति पूछी. इसके बाद जाति को लेकर आपत्तिजनक शब्द इस्तेमाल किये गये. साथ ही पीड. थूक चटवा कर माफी मंगवाने के बाद उसे थाने से छोड़ा गया. मंगलवार को पीड़ित मामले को लेकर विधायक सुदर्शन कुमार के पहुंचा तो वे भी आवक रह गये. उन्होंने तुरंत घटना को लेकर पुलिस अधीक्षक बलिराम चौधरी से बात की. उधर, इस मामले पर थाना अध्यक्ष प्रवीण चंद्र दिवाकर का कहना है कि टेंपो चालक प्रदुमन कुमार ने गश्ती कर रही महिला सिपाही को देखकर सीटी मारी थी. इसलिए थाने पर ले जाकर उनकी पिटाई की है. शेखपुरा जिले में पुलिस द्वारा मारपीट के बाद पीड़ित से थूक चटवाने की यह घटना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है.
संबंधित खबर
और खबरें