संपत्ति विवाद और पूर्व मामला : सूत्रों के मुताबिक, अशोक साव की पारिवारिक संपत्ति अरबों की बतायी जा रही है. इसमें कोल्ड स्टोरेज, दुकानों, मकानों और सैकड़ों बीघा खेतों की हिस्सेदारी है. चूंकि संपत्ति का बंटवारा नहीं हुआ, इस कारण किराये की राशि कोर्ट के ट्रेजरी में जमा हो रही है. गौरतलब है कि अशोक साव पर पहले भी 2007 में एक केस दर्ज हुआ था. उस वक्त के बिहारशरीफ सीओ ने सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाते हुए लहेरी थाने में मामला दर्ज कराया था. इस मामले में वे चार्जशीटेड हैं.
संबंधित खबर
और खबरें