शेखपुरा. जिले में मतदाता सूची के विशेष ग्रहण पुनरीक्षण का कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है. इस कार्य के प्रभावी संचालन को लेकर सभी बीएलओ के साथ-साथ एक हजार से ज्यादा स्वयंसेवकों की भी तैनाती की गयी है. स्वयंसेवक के रूप में जिले में कार्यरत सभी जीविका दीदी, विकास मित्र और टोला सेवक आदि को लगाया गया है. स्वयंसेवक की जिम्मेवारी मिलने पर सदर प्रखंड के रामरायपुर में संचालित ज्ञान दर्शन जीविका महिला विकास संस्थान की जीविका दीदियों चुनाव आयोग के लिए टास्क को पूरे उत्साह के साथ संपादित करने को लेकर शपथ लिया. इस कार्य में अभी तक 2 लाख मतदाताओं को चुनाव आयोग द्वारा तैयार किए गए प्रपत्र वितरित कर दिये गये हैं. जिले में पांच लाख से ज्यादा मतदाताओं के पास यह प्रपत्र पहुंचाया जायेगा. जिले में कार्यरत सभी बूथ लेवल अधिकारी यानी बीएलओ द्वारा मतदाताओं को घर-घर जाकर प्रपत्र देने का काम किया जा रहा है. प्रपत्र को भरने में मदद करने की जिम्मेवारी सभी स्वयंसेवकों को दी गयी है. इस कार्य की निगरानी में जिला से लेकर पंचायत स्तर तक के अधिकारी दिन रात एक किए हुए हैं. प्रपत्र वितरण और उसे भरकर वापस करने की अंतिम तिथि 26 जुलाई निर्धारित है. इस कार्य में किसी प्रकार की असुविधा और जानकारी के लिए जिला मुख्यालय में टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. चुनाव आयोग का विशेष हेल्पलाइन 1950 भी 24 घंटा का कार्यरत है. इसके अलावा स्थानीय अधिकारियों और जिले के दोनों विधानसभा क्षेत्र के निर्वाची पदाधिकारी के मोबाइल नंबर भी सार्वजनिक किये गये हैं. 10. आगामी विधानसभा चुनाव में जिले में 49 मतदान केंद्र बढ़ेंगे शेखपुरा. आगामी विधानसभा चुनाव में जिले में मतदान केंद्रों की संख्या में 49 केंद्रों की बढ़ोतरी हो जायेगी. जिसमें 22 मतदान केंद्र शेखपुरा विधानसभा और 27 मतदान केंद्र बरबीघा विधानसभा क्षेत्र में बढ़ेंगे. जिले में अब आगामी विधानसभा चुनाव में 582 मतदान केंद्रों पर वोट डाले जायेंगे. इसके पहले हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में जिले के 533 मतदान केंद्रों पर वोट डाले गए थे. शेखपुरा विधानसभा में मतदान केंद्रों की संख्या अब 307 हो जायेगी. जबकि बरबीघा विधानसभा क्षेत्र में यह संख्या 285 हो जायेगी. जिले के सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ विचार विमर्श करने के बाद जिला प्रशासन द्वारा इस संबंध में नये मतदान केंद्रों का प्रारूप मंगलवार को प्रकाशित कर दिया गया. अब इस पर 6 जुलाई तक आम लोगों के साथ-साथ राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, सांसद, विधायक, विधान पार्षद आदि से दावा- आपत्ति आमंत्रित किया गया है. इस समय सीमा के समाप्त होने के बाद एक बार पुनः सभी राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर नए मतदान केंद्रों के स्थापना किये जाने की अनुशंसा चुनाव आयोग से की जायेगी. चुनाव आयोग द्वारा अनुमोदन प्राप्त होते ही यह प्रक्रिया संपन्न होगी. इस समय संबंध में आधिकारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग 1200 मतदाता को एक मतदान केंद्र पर वोट डालने की व्यवस्था करने में जुटा हुआ है.
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