राजगीर. शहर की महिलाओं ने रविवार को सावन महोत्सव का हर्षोल्लास के साथ आयोजन किया. इस कार्यक्रम में हर उम्र की महिलाओं ने भाग लिया. सावन की फुहारों की तरह पूरे वातावरण को उल्लास से भर दिया. महिलाएं पारंपरिक परिधानों में सज-धज कर महोत्सव में पहुंचीं. झूम-झूम कर नृत्य किया, गीत गाए और एक-दूसरे के साथ मिलकर सावन के इस पवित्र महीने का आनंद उठाया. इस आयोजन में महिलाओं ने बताया कि सावन का महीना न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह मनोरंजन और आपसी सौहार्द बढ़ाने का भी समय होता है. हर माह कोई न कोई त्योहार या विशेष दिन आता है, लेकिन सावन महिलाओं के लिए खास महत्व रखता है. इस दौरान एक-दूसरे से मिलने-जुलने, हंसी-ठिठोली करने और आपसी प्रेम को गहरा करने का अवसर मिलता है. महिलाओं ने यह भी कहा कि ऐसे आयोजनों से मानसिक तनाव कम होता है, शरीर स्वस्थ रहता है. सामाजिक संबंध मजबूत होते हैं. यह एक ऐसा अवसर होता है जब महिलाएं घर के कामकाज से थोड़ा विराम लेकर खुद के लिए समय निकालती हैं और जीवन में नयापन महसूस करती हैं. इस महोत्सव में अंजना कुमारी, कविता परवीन, दीप्ति कौशिक, आभा कुमारी, प्रेमलता, स्वीटी गुप्ता, सीमा कुमारी, सरिता कुमारी, डिंपल सिंहा, मंजुला कुमारी समेत सैकड़ों महिलाएं शामिल हुईं. एक-दूसरे के गले लगकर सावन के उल्लास में डूब गईं. सावन महोत्सव का यह आयोजन महिला सशक्तिकरण और सामुदायिक समरसता का एक सुंदर उदाहरण बन गया.
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