
बक्सर. श्रद्धा पूर्वक एवं प्रेम से ईश्वर को याद करने पर कृपा बरसती है.नारायण बडे ही दयालु व कृपालु हैं. भक्तों को याद करने में देरी हो सकती है. परंतु भगवान को दया करने में देर नहीं होती है. उक्त बातें सती घाट स्थित लालबाबा आश्रम में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के दौरान रविवार को आचार्य धर्मेंद्र जी महाराज ने कही. उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत की कथा व नारायण नाम मे इतनी शक्ति है कि पापी भी नारायण नाम से गोविंद लोक का अधिकारी बन जाता है.इसको लेकर अजामील मोक्ष की कथा विस्तार से कही. उन्होंने भक्त प्रह्लाद चरित्र को सुनाकर मंत्रमुग्ध कर दिया. बच्चों के अच्छे संस्कार युक्त शिक्षा देने की जरूरत है. सागर से निकले रत्नो,और नासिक, उज्जैन, प्रयाग, हरिद्वार चारों कुम्भों की कथा कही. उन्होंने गंगा अवतरण की कथा कहते हुए कहा कि गंगा जी दुनिया के पापियों को पाप से मुक्त करती है.जबकि गंगा जब अपवित्र होती है तो वैष्णव के स्नान मात्र से पवित्र हो जाती है.वर्तमान समय मे गंगा को प्रदूषण मुक्ति पर बल दिया. उन्होंने कहा कि श्रीराम जी का पूरा जीवन मर्यादित व संयमित रहा. जो मानव के लिए अनुकरणीय है. मौके पर पंडित अशोक द्विवेदी, महंथ सुरेन्द्र बाबा, सुमन रामानुज समेत अन्य लोग मौजूद रहे.
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