Darbhanga News: दरभंगा. आइसा की ओर से 13 सूत्री मांग को लेकर लनामिवि में कुलपति कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया गया. इससे पहले छात्रों का जत्था केंद्रीय पुस्तकालय से निकलकर विवि मुख्यालय पहुंचा. नारेबाजी करते हुए मांगों के समर्थन में प्रदर्शन किया. मार्च का नेतृत्व सुनील कुमार, लोकेश राज, दीपक यदुवंशी, प्रिंस राज कर रहे थे. आरवाइए के राज्य उपाध्यक्ष संदीप कुमार चौधरी ने कहा कि लनामिवि में शैक्षणिक एवं प्रशासनिक अराजकता चरम पर है. किसी भी निर्णय से पूर्व छात्रों के हित पर विचार नहीं किया जाता है. पीएटी 2023 में नेट जेआरएफ छात्रों को शामिल नहीं करना, कुलाधिपति की मनाही के बावजूद प्राइवेट बीएड कॉलेज के प्रिंसिपल को विभागाध्यक्ष और संकायाध्यक्ष बनाया जाना जैसा कई मामला है. एफिलिएटेड कॉलेज के कमीशंड शिक्षक को पीएचडी गाइड नहीं बनाया जाता है, जबकि निजी बीएड कॉलेज के प्रिंसिपल को विवि का विभागाध्यक्ष एवं संकायाध्यक्ष बना दिया जाता है. यह दोहरी नीति छात्र के खिलाफ है. इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
कॉलेजों में अकादमिक गतिविधि बंद
समस्तीपुर के जिला सचिव ने कहा कि कॉलेजों में छात्र के लिए अकादमिक गतिविधि एकदम नहीं चल रही है. इससे छात्र कालेज से नहीं जुड़ पा रहे है. बीएड कॉलेजों की मनमानी के वजह से छात्रों का आर्थिक शोषण जारी है. शिकायत के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन बीएड कॉलेजों के खिलाफ कुछ नहीं कर रहा है. प्रिंस राज ने कहा विश्वविद्यालय में सालों से जमे अधिकारियों को बदलने की जरूरत है. परीक्षा विभाग की लापरवाही से छात्रों को विश्वविद्यालय का चक्कर लगाना पर रहा है. समय पर छात्रों को प्रमाणपत्र उपलब्ध नहीं हो रहा है. कहा कि कुलाधिपति के निर्देश के विपरीत शिक्षा संकाय में संकायाध्यक्ष व विभागाध्यक्ष निजी बीएड कॉलेजों के प्राध्यापक को बनाया जा रहा है. इस पर पाबंदी लगाया जाये.
पीजी विभाग को मिले नामांकन का जिम्मा
कहा गया कि पीजी विभाग में नामांकन का जिम्मा विभाग को दिया जाना चाहिए, ताकि छात्र को परेशानी नहीं हो. स्नातक एवं स्नातकोत्तर में छात्र संख्या बढ़ायी जाये. लॉ कॉलेज में बढ़े फीस को वापस लिया जाये. महिला कालेज समस्तीपुर, यूआर कॉलेज रोसड़ा व एएनडी कॉलेज पटोरी में पीजी की पढ़ाई शुरू हो. छात्र संघ चुनाव अविलंब कराई जाय. आंदोलन में अमित कुमार पासवान, दिलीप कुमार, इंद्रजीत विक्की, अमरजीत पासवान, लोकेश राज, विपिन कुमार, एहसान खान, विवेक कुमार, सिद्धार्थ राज, केशव चौधरी, इमरान, नीतीश राणा, फरहान, फैजान, रंजन कुमार, सोनू कुमार, गौतम कुमार, अनमोल कुमार, शिवा कुमार, अंकुश कुमार, रोहित कुमार आदि शामिल थे.
वार्ता के बाद समाप्त हुआ आंदोलन
कुलानुशासक, पूर्व कुलानुशासक, उप कुलानुशासक, छात्र कल्याण अध्यक्ष, परीक्षा नियंत्रक, उपकुलसचिव प्रथम के साथ छात्र प्रतिनिधियों की बाद में वार्ता हुई. इसमें पीएटी से संबंधित मुद्दे पर कमेटी गठित करने एवं मीटिंग बुलाकर छात्र हित में फैसला लेने का आश्वासन दिया गया. इसके बाद आंदोलन समाप्त कर दिया गया.
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