Darbhanga News: दरभंगा. पेयजल के भीषण संकट से जूझते शहरवासियों को राहत दिलाने में निगम को असहाय मानते हुये पार्षदगण अब न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे. पेयजल आपूर्ति के लिए जिम्मेदार बुडको व पीएचइडी की कार्यप्रणाली पर विचार को लेकर गुरुवार को नगर निगम में बुलायी गयी विशेष बैठक में पार्षदों ने यह निर्णय लिया है. पेयजल आपूर्ति को लेकर पार्षदों का कहना था कि बुडको की कार्यप्रणाली से लोग परेशान है ही, उससे भी बुरी स्थिति पीएचइडी की हो गयी है. करोडों खर्च के बाद भी जलापूर्ति योजना धरातल पर सिफर है.
आमजन पानी के लिये तरस रहे और अभियंता परोस रहे झूठ
पार्षदों ने कहा कि आमजन पानी के लिए तरस रहे हैं और अभियंता हर बैठक में झूठ परोसने से बाज नहीं आ रहे. आमजन के लिए मूलभूत सुविधाओं में शुमार जलापूर्ति योजना को अबतक दोनों विभाग मुकम्मल नहीं कर सका है.
बुडको एवं पीएचइडी दोनों विभाग फेलयोर- मेयर
मेयर अंजुम आरा ने कहा कि लोगों को जलापूर्ति करने में दोनों विभाग फेलयोर हो गया है. नगर के लोग पानी के लिये परेशान हैं. पार्षद नफीसूल हक रिंकू ने कहा कि एक से दो दिनों के अंदर दोनों विभागों के विरुद्ध न्यायालय जाने का निर्णय पार्षदों ने लिया है. कहा कि दोनों विभागों के विरुद्ध निगरानी जांच काे लेकर पुनः डीएम को पत्र भेजने के लिए नगर आयुक्त से कहा गया है. रिंकू ने कहा कि 2012 से ही शहरवासी पेयजल समस्या से जूझ रहे हैं. जलसंकट से निवारण करने में विभाग विफल रहा है. कार्रवाई के लिए विभाग से लेकर सरकार तक को पत्र देने के बाद भी अभियंताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही. कहा कि बुडको सरकारी एजेंसी है. सरकार ही उसे चलाती है. सरकार द्वारा कार्रवाई नहीं करने का ही नतीजा है कि इसका खामियाजा आम शहरी भुगत रहे हैं.
खराब चापाकल दुरुस्त कराने में लग जाता एक सप्ताह
कहा गया कि एक चापाकल को ठीक कराने में एक सप्ताह से अधिक का समय पार्षदों का लग जाता है. लगने वाले कल-पूर्जे की खरीद भी पार्षद को अपनी जेब से करनी पड़ती है. पार्षद पूजा मंडल ने कहा कि बुडको और पीएचइडी की जलापूर्ति की जिम्मेवारी है, लेकिन मापदंड पर दोनों विभाग खड़ा नहीं उतर रहा है. सालों बीतने के बाद भी प्रथम फेज का काम अब तक पूर्ण नहीं किया गया है. रियासत अली ने धरातल पर कुछ भी नहीं होने की बात कही. बैठक में पार्षद शत्रुघ्न प्रसाद, राजीव कुमार, मो. फिरोज आदि उपस्थित थे.
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