Darbhanga News: जाले. राढ़ी पश्चिमी पंचायत के वार्ड 15, 16 व रतनपुर वार्ड आठ के निवासी भू-गर्भीय जलस्तर के नीचे चले जाने से इन दिनों घोर पेयजल संकट से जूझ रहे हैं. इन वार्डों की आबादी लगभग 13 से 15 सौ है. महदई पोखर के भिंडा पर बसे राढ़ी पश्चिमी के वार्ड 15 व 16 प्रखंड क्षेत्र का सबसे उंचा स्थान है. वहीं नल-जल योजना पीएचइडी के अधीन चले जाने के बाद से अधिकांश पंचायतों में जलापूर्ति नहीं हो रही है. इन वार्डों के लोगों को केवल इंडिया मार्का-थ्री पम्प ही एकमात्र सहारा है. अहले सुबह से ही इस चापकल पर पानी के लिए वार्डवासियों की भीड़ लग जाती है. यह सिलसिला दिन के 10-11 बजे तक जारी रहता है. वहीं दोपहर बाद तीन बजे से देर रात तक इस चापकल पर लोग पानी के लिए पहुंचते रहते हैं. वार्ड 15 निवासी सह बुनियादी विद्यालय के शिक्षक प्रदीप दास ने बताया कि लगभग एक सप्ताह से सभी घरों का चापाकल सूख गये हैं. इसके कारण लोगों को शौच, स्नान, खाना बनाने व पीने तक का पानी इसी चापाकल से जाता है. इस संबंध में प्रभारी बीडीओ सह आरडीओ से सम्पर्क नहीं हो सका. वहीं बीपीआरओ रुपेश कुमार ने बताया कि जबतक नल-जल योजना पंचायती राज के अधीन था, प्रखंड क्षेत्र के कुछ वार्डों को छोड़कर अधिकांश में जलापूर्ति होती थी. अब इस योजना का संचालन पीएचइडी को मिल गया है. इधर पीएचइडी के जेइ नीतू चौहान से इस बाबत पूछने पर उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर करते हुए बताया कि देखते हैं.
संबंधित खबर
और खबरें