गया. जिले में इन दिनों तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है. तेज गर्मी और लू के बीच संभावित पेयजल संकट से निबटने के लिए समाहरणालय सभागार में डीएम डॉ त्यागराजन एवं एडीएम पारितोष कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार को एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गयी. बैठक में जिले के सभी प्रखंडों में चापाकलों की मरम्मती, नल-जल योजनाओं की स्थिति और पेयजल आपूर्ति की समीक्षा की गयी. डीएम ने जानकारी दी कि जिले में पेयजल समस्या के त्वरित समाधान के लिए एक जिला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. आमजन इसके हेल्पलाइन नंबर 0631-2222259, 0631-2222253, 9801931538 पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं. डीएम ने जिले के ग्रामीणों से अपील की कि यदि उनके क्षेत्र में कोई सरकारी चापाकल खराब हो या नल-जल योजना बंद हो तो वे तुरंत संबंधित पीएचईडी पदाधिकारियों या जिला नियंत्रण कक्ष में जानकारी दें. उन्होंने स्पष्ट किया कि कोई भी टोला या पंचायत पेयजल संकट से प्रभावित न हो, इसके लिए कार्यपालक अभियंता, कनीय अभियंता और तकनीशियन की टीमें तैयार रखी गयी हैं, जो तुरंत मौके पर पहुंचकर समस्या का समाधान करेंगी. विशेष क्षेत्रों में हुए सुधार कार्य डीएम ने बताया कि हाल के दिनों में कई बंद पड़ी योजनाओं को पुनः चालू किया गया है. अतरी के सहोड़ा वार्ड-13, सरेन वार्ड-10, नीमचक बथानी मनियार वार्ड छह, वजीरगंज सकरदास नवादा वार्ड छह में पाइपलाइन बिछाकर आपूर्ति बहाल की गयी है. बोधगया के बसाढी पंचायत, गाफाखुर्द, टनकुप्पा, उत्तरीबारा, चौबार, मोहरा आरई, टिकारी के केसपा आदि इलाकों में भी नये बोरिंग व मरम्मत से जलापूर्ति सुनिश्चित की गयी है. शेरघाटी डिवीजन में 1971 वार्डों में से 1904 वार्डों में जल आपूर्ति सामान्य है. विगत एक माह में 953 नये स्टैंड पोस्ट लगाए गये हैं तथा 1785 स्टैंड पोस्टों की मरम्मत की गयी है. इमामगंज के अति नक्सलग्रस्त लुटिया टांड एवं खड़ाऊ जैसे क्षेत्रों में जहां पहले टैंकर से पानी भेजा जाता था, अब डीप बोरिंग कराकर स्थायी पेयजल व्यवस्था स्थापित कर दी गयी है. पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता ने आश्वस्त किया है कि विभाग हर संभव कदम उठा रहा है ताकि गर्मी के इस मौसम में पेयजल संकट उत्पन्न न हो और सभी योजनाएं सुचारू रूप से कार्यरत रहें.
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