15 अगस्त के बाद श्रीलंका के बौद्ध श्रद्धालुओं की बढ़ जाती है आवाजाही,
पर्यटन व्यवसाय से जुड़े कारोबारियों ने शुरू की तैयारी
वरीय संवाददाता, बोधगया
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लंका की आर्थिक व राजनीतिक हालात के सामान्य होने पर श्रीलंका के साथ-साथ बोधगया व बौद्ध स्थलों से जुड़े कारोबारियों में भी खुशी देखी जा रही है. श्रीलंकाई श्रद्धालुओं की आवाजाही 15 अगस्त के बाद से व्यापक रूप से शुरू हो जाती है. श्रीलंका में पिछले वर्षों पैदा हुए हालात के कारण श्रद्धालुओं का आगमन कम हो रहा था. इससे बोधगया सहित अन्य बौद्ध स्थलों के व्यवसाय भी प्रभावित हो रहे थे. लेकिन, अब श्रीलंका की स्थिति सामान्य माना जा रहा है व लोग तथागत बुद्ध के स्थलों को नमन करने के लिए आने को उत्सुक दिख रहे हैं. श्रीलंकाई श्रद्धालुओं को बुद्धिस्ट सर्किट का भ्रमण कराने में जुटे कई ट्रैवल्स एजेंसियों का मानना है कि इस वर्ष पिछले वर्षों की तुलना में ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. इसके लिए अभी से ही होटल व गाड़ियों की बुकिंग जारी है. मुख्य रूप से बोधगया स्थित महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया यानी श्रीलंका बौद्ध मठ के आसपास स्थित होटलों में ट्रैवल्स एजेंटों के माध्यम से बुकिंग जारी है. बोधगया के साथ ही, अन्य बौद्ध स्थलों तक का भ्रमण करने के लिए श्रद्धालुओं को गाड़ियों की जरूरत पड़ती है. इसके लिए भी गाड़ी मालिकों से संपर्क जारी है व बुकिंग भी हो रही है. श्रीलंकाई श्रद्धालुओं द्वारा बोधगया से खरीदारी किये जाने वाले सामग्रियों के भी स्टॉक पूरे किये जा रहे हैं व कारोबारियों का मानना है कि इस वर्ष ठीक-ठाक संख्या में श्रीलंकाई श्रद्धालु बोधगया आयेंगे. इससे यहां के कारोबार को बल मिलेगा व होटल, गेस्ट हाउस के साथ ही परिवहन से जुड़े व्यवसायियों को इससे लाभ होगा. फुटपाथ पर दुकानें लगा कर माला-फोटो की बिक्री करने वाले दुकानदार भी उम्मीद पाले हुए हैं कि जल्द ही श्रीलंका के श्रद्धालु बोधगया में झूंड के नजर आने लगेंगे. वैसे, इन दिनों भी छोटे-छोटे ग्रुपों में श्रद्धालुओं की आवाजाही हो रही है. उल्लेखनीय है कि श्रीलंका के बौद्ध श्रद्धालु अगस्त से अक्तूबर तक व उसके बाद यहां ठंड घटने पर मार्च से अप्रैल तक भारत भ्रमण पर पहुंचते हैं. बोधगया ट्रैवल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप कुमार ने बताया कि इस वर्ष बोधगया का पर्यटन सीजन ठीक-ठाक रहने की उम्मीद है. हालांकि, उन्होंने पूर्व की भांति कोलंबो से गया एयरपोर्ट तक सीधी उड़ान सेवा बहाल करने की जरूरत बताया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है