Bihar News: गया जिले के शेरघाटी में शनिवार की सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई जब स्वास्थ्य विभाग के रिटायर्ड निदेशक और स्थानीय रूप से प्रतिष्ठित चिकित्सक डॉ. तपेश्वर प्रसाद पर बाइक सवार तीन अपराधियों ने गोली चला दी. गोली लगने के बाद भी डॉ. प्रसाद ने अद्भुत साहस दिखाते हुए खुद स्कूटी चलाकर घर पहुंच कर परिजनों को जानकारी दी. वर्तमान में उनका इलाज पटना में जारी है और हालत नाजुक बताई जा रही है.
चार संदिग्ध हिरासत में, पारिवारिक विवाद मुख्य वजह?
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार संदिग्धों को हिरासत में लिया है. ASP शैलेंद्र सिंह के अनुसार इनसे गहन पूछताछ की जा रही है. पुलिस इस घटना को डॉ. तपेश्वर प्रसाद और उनके बड़े बेटे डॉ. शशि रंजन के बीच लंबे समय से चले आ रहे संपत्ति विवाद से भी जोड़कर देख रही है. इस पारिवारिक विवाद में अब तक सात से अधिक मुकदमे दर्ज हो चुके हैं.
सोशल मीडिया पर अपराधी ने ली जिम्मेदारी
घटना के बाद सोशल मीडिया पर अपराधी दानिश इकबाल का चैट वायरल हुआ है, जिसमें उसने न सिर्फ गोलीबारी की जिम्मेदारी ली है, बल्कि एक कपड़ा व्यवसायी को धमकी भी दी है. इस पोस्ट के सामने आने के बाद व्यापारी वर्ग में दहशत का माहौल है. पुलिस इस चैट की सत्यता की जांच कर रही है.
सुरक्षा चौकी की मांग फिर तेज
सिटी SP रामानंद कुमार कौशल ने थाना परिसर में अधिकारियों संग बैठक कर पूरे मामले की समीक्षा की. उन्होंने अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं. साथ ही, शेरघाटी में स्थायी पुलिस चौकी की मांग फिर से तेज हो गई है. उल्लेखनीय है कि यह इलाका झारखंड सीमा से मात्र 2–3 किमी दूर है, जिससे अपराधी आसानी से फरार हो जाते हैं.
बहू और बेटे पर सुपारी देने का आरोप
घटना के पीछे साजिश की आशंका तब गहराई जब डॉ. तपेश्वर प्रसाद के छोटे बेटे डॉ. अमिताभ गुप्ता ने मीडिया को बताया कि उनके पिता ने हमले के लिए दानिश इकबाल के साथ-साथ अपनी बहू डिम्पी, बेटे डॉ. शशि रंजन और एक दवा व्यवसायी पर सुपारी देने का आरोप लगाया है. उन्होंने इसकी जानकारी गया के वरीय पुलिस अधीक्षक आनंद कुमार को भी दी है.
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