इमामगंज. मोरहर नदी पर पुल नहीं होने के कारण एक और मरीज समय पर डॉक्टर के पास नहीं पहुंच पायी और इलाज के अभाव में उसकी मौत हो गयी. वह भगहर (टियरपर) गांव की रहनेवाली 65 वर्षीय विपत्ति देवी बतायी जाती है. इस घटना से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. इस संबंध में महिला के बेटे विनोद कुमार ने बताया कि रविवार की रात उनकी मां के हाथ में तेज दर्द हुआ. नदी में ज्यादा पानी होने के कारण रात में नदी पार करना मुनासिब नहीं समझा और सुबह होने का इंतजार करने लगे. सोमवार की सुबह होते ही ग्रामीणों के सहयोग से खटिया (चारपाई) के सहारे जान जोखिम में डाल कर मोरहर नदी को पार किया. इसके बाद मरीज को गया जी शहर स्थित मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले गये. वहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी. चिकित्सकों ने बताया कि अगर मरीज को पहले लाया गया होता, तो शायद जान बचायी जा सकती थी. परिजनों ने देर शाम पुनः खाट पर शव रख कर पानी में पार कर अपने गांव पहुंचे. इस घटना से परिजनों का रो-रोकर बुरा है. इससे पहले प्रखंड की सुदूरवर्ती सलैया पंचायत के हेरहंज गांव के रहने वाले 45 वर्षीय निरंजन महतो की इलाज के अभाव में मौत चुकी है. ग्रामीणों ने बताया था कि अगर गांव में आने जाने के लिए नदी पर पुल बना होता, तो इनकी जान बचायी जा सकती थी. गौरतलब है कि इसी गांव के रहने वाले एक परिवार के पांच सदस्य नदी पार करते वक्त पूर्व में बह गये थे. उनका कोई अता-पता नहीं मिल पाया था.
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