गया जी. प्री-मॉनसून के दौरान हुई बारिश से फल्गु नदी सहित गया जी डैम के जलस्तर में सुधार होने से देश के विभिन्न राज्यों से आ रहे तीर्थयात्रियों को अब पिंडदान का कर्मकांड करने में पानी की दिक्कत काफी कम हो रही है. जानकारी के अनुसार इस भीषण गर्मी में भी देश के विभिन्न राज्यों से प्रतिदिन औसतन दो हजार से अधिक तीर्थयात्री गया जी आकर अपने पितरों के आत्मा की शांति व उनके मोक्ष प्राप्ति की कामना को लेकर पांडा के निर्देशन में पिंडदान, श्राद्धकर्म व तर्पण का कर्मकांड पूरा कर रहे हैं. गया जी डैम व फल्गु नदी में पानी नहीं रहने के कारण इन तीर्थयात्रियों को काफी दिक्कत हो रही थी. प्री-मॉनसून के दौरान हुई बारिश के बाद गया जी डैम व फल्गु नदी में कुछ पानी आने से अब इन तीर्थयात्रियों को कर्मकांड में पानी की दिक्कत कम होने लगी है. वहीं दूसरी तरफ जिला प्रशासन द्वारा गया जी डैम की निचली सतह पर जमी गाद को हटाने का काम शुरू कर दिया गया है. गयाजी डैम की सफाई हो जाने के बाद मॉनसून की बारिश से इसे प्रशासन द्वारा जल प्लावित करने की योजना है. गयाजी डैम में पानी रहने से आश्विन मास में आयोजित होने वाले अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राजकीय पितृपक्ष मेले में तीर्थयात्रियों को काफी सुविधा मिल सकेगी.
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