Gaya News : नवजातों में पीलिया आम, पर अनदेखी बना देता है गंभीर

Gaya News : नवजात शिशुओं में पीलिया यानी जौंडिस होना एक सामान्य स्थिति है और अच्छी देखभाल से इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है.

By PRANJAL PANDEY | June 3, 2025 11:10 PM
feature

गया जी. नवजात शिशुओं में पीलिया यानी जौंडिस होना एक सामान्य स्थिति है और अच्छी देखभाल से इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है. डॉक्टरों के अनुसार, यह रोग शरीर में बिलीरुबिन नामक एक पीले रंग के पदार्थ के अधिक जमाव के कारण होता है, जो तब बनता है जब ऑक्सीजन ले जाने वाली लाल रक्त कोशिकाएं टूटती हैं. चूंकि नवजात शिशुओं में लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या अधिक होती है और वे तेजी से टूटती हैं, इसलिए उनके जीवन के पहले हफ्ते में पीलिया होना आम बात है. अच्छी बात यह है कि यह स्थिति आमतौर पर अस्थायी होती है और समय पर देखभाल से पूरी तरह ठीक हो जाती है.

समझदारी और सजगता से गंभीर स्थितियों से बचाव संभव

पीलिया के प्रकार और कारण

शारीरिक जौंडिस : यह शिशु के पहले दिनों में स्वाभाविक प्रतिक्रिया होती है.

स्तन दूध जौंडिस सिंड्रोम : यह कुछ स्वस्थ शिशुओं में होता है, जहां स्तन दूध के कारण बिलीरुबिन कम प्रभावी ढंग से बाहर निकलता है.

समय रहते उपचार से होता है सुधार

क्या कहती हैं डॉक्टर

नवजातों का शरीर अत्यंत संवेदनशील होता है, इसलिए उनकी देखभाल में हर स्तर पर सजगता जरूरी है. सही समय पर इलाज से पीलिया की यह सामान्य समस्या गंभीर बनने से पहले ही ठीक की जा सकती है. बच्चों की त्वचा या आंखों में पीलापन दिखे, दूध पीने में कमी आये या सुस्ती दिखायी दे तो तुरंत शिशु रोग विशेषज्ञ से मिलना चाहिए.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

संबंधित खबर और खबरें

यहां गया न्यूज़ (Gaya News), गया हिंदी समाचार (Gaya News in Hindi),ताज़ा गया समाचार (Latest Gaya Samachar),गया पॉलिटिक्स न्यूज़ (Gaya Politics News),गया एजुकेशन न्यूज़ (Gaya Education News),गया मौसम न्यूज़ (Gaya Weather News)और गया क्षेत्र की हर छोटी और बड़ी खबर पढ़े सिर्फ प्रभात खबर पर .

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version