बोधगया. मगध विश्वविद्यालय (एमयू) में वर्षों से लंबित सत्रों की भरपाई की दिशा में प्रशासन ने ऐतिहासिक पहल करते हुए पिछले दो वर्षों में 100 से अधिक परीक्षाओं का आयोजन किया है. कुलपति प्रो शशि प्रताप शाही के कार्यभार संभालने के बाद इस दिशा में अभूतपूर्व गति आयी है और अब विश्वविद्यालय के लगभग सभी शैक्षणिक सत्र नियमितता की ओर अग्रसर हैं.
यूजी पाठ्यक्रमों की स्थिति अब पूरी तरह से नियमित
स्नातक (यूजी) स्तर के अधिकतर पाठ्यक्रम अब नियमित हो चुके हैं. वहीं, कुछ परास्नातक (पीजी) पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं शेष हैं, जिनके लिए परीक्षा फॉर्म भरे जा रहे हैं. एमयू प्रशासन सत्रों को पूरी तरह से समयबद्ध करने के उद्देश्य से गर्मी की छुट्टियां रद्द करते हुए भी कई परीक्षाएं आयोजित कर रहा है. इस वर्ष एमयू में गर्मी की छुट्टी रद्द कर दी गयी है और इसी अवधि में विभिन्न परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं, जिनमें पीजी वोकेशनल परीक्षाएं, पारंपरिक पीजी पाठ्यक्रम, बीएड व अन्य स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रम हैं. इन सभी के लिए परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया गया है.
परीक्षा फॉर्म से पहले उपस्थिति की अनिवार्य जांच
एमयू की पुरानी प्रतिष्ठा बहाल करने की दिशा में कदम
कुलपति प्रो एसपी शाही ने कहा कि मगध विश्वविद्यालय की पुरानी गरिमा को पुनः स्थापित करने की दिशा में गंभीर प्रयास किये जा रहे हैं. सिर्फ परीक्षाओं के आयोजन तक सीमित न रहते हुए, नियमित कक्षाओं के संचालन पर भी सख्ती बरती जा रही है. उन्होंने यह भी आशा जतायी कि विश्वविद्यालय को इस बार नैक मूल्यांकन में बेहतर ग्रेड प्राप्त होगा. नैक की तैयारी भी तेज़ी से चल रही है.
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