आरोप लगाने पर पार्षदों में दिखा काफी गुस्सा
बैठक शुरू होते ही पार्षद अशोक कुमार ने कहा कि निगम की ओर से विभिन्न योजनाओं की शुरुआत करने विभागीय मंत्री यहां एक दिन पहले पहुंचे. उन्होंने यहां के काम को सराहा. लेकिन, उनके ही दल के कुछ नेताओं ने निगम में घोटाले का आरोप लगाया है. यह बहुत ही गलत बात है. आरोप निगम पर है, तो विधायक के कामों की भी जांच होना चाहिए. सशक्त स्थायी समिति सदस्य मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि नगर निगम के कार्यक्रम को पार्टी का कार्यक्रम बना दिया गया. यहां पर बहुत सारे नारे लगाये गये. यह प्रोटोकॉल के हिसाब से सही नहीं है. पार्षद रणधीर कुमार गौतम ने कहा कि आगे इस तरह के कार्यक्रम का सभी पार्षद विरोध करेंगे. पार्षदों को ही कार्यक्रम में धक्का देकर हटा दिया गया. पार्षद नैय्यर अहमद ने कहा कि निगम के काम में सिर्फ विधायक, एमपी व मंत्री नाम लिखवाने आते हैं, पर अपना फंड तक इस क्षेत्र में नहीं देते. पार्षद आशा देवी ने कहा कि इज्जत नहीं मिलेगा, तो विरोध होगा ही. डिप्टी मेयर चिंता देवी ने कहा कि योजना स्थल पर इस शिलापट्ट को ही नहीं लगाया जाये. सभी सदस्यों ने फैसला लिया कि प्रस्ताव पारित कर सारी जानकारी विभागीय अधिकारी को दी जाये. बात नहीं बनने पर कोर्ट का का शरण में जायेंगे.
गांधी मैदान का भी मामला उठाया
वार्ड पार्षद गजेंद्र सिंह ने बैठक में गांधी मैदान में अतिक्रमण किये जाने का मामला उठाया. उन्होंने कहा कि गांधी मैदान के जमीन पर पहले ही 70 प्रतिशत कब्जा कर लिया गया है. बची 30 प्रतिशत जमीन को भी दो भागों में बांट कर वहां पार्क बनाया जा रहा है. कोर्ट ने यहां पर किसी तरह के निर्माण पर रोक लगा रखी है. उसके बाद भी यहां निर्माण कराया जा रहा है. पहले भी लाखों रुपये खर्च कर तालाब बनाया गया. अब वह बदतर स्थिति में है. सारे कामों की जांच होनी चाहिए. पार्षद ने कहा कि फॉगिंग से मच्छर नहीं मर पा रहे हैं. इस पर कोई सटीक जवाब नहीं मिल सका.
हर वार्ड में मरम्मत के लिए 10 लाख
पार्षदों ने मांग की कि विभिन्न तरह की योजनाओं में मरम्मत करने के लिए पैसों की कमी रहती है. नगर आयुक्त कुमार अनुराग ने कहा कि वार्डों में 10-10 लाख रुपये मरम्मत के लिए दिये गये हैं. ढक्कन टूटने व अन्य योजना में मरम्मत की आवश्यकता होने पर इस पैसे का उपयोग करें. नयी योजना के लिए यह पैसा नहीं दिया गया है.
आवास योजना में सहायक करते हैं दिक्कत
वार्ड पार्षद सारिका वर्मा ने कहा कि आवास योजना के सहायक निशांत कुमार के चलते कई लोगों को वर्षों से लाभ नहीं मिल सका है. इस पर नगर आयुक्त ने कहा कि इस योजना में देखने पर साफ हो जाता है कि सब कुछ ठीक नहीं है. स्थिति को संभालते हुए सिटी मैनेजर आसिफ सेराज ने कहा कि किसी को योजना को लेकर दिक्कत है, तो डायरेक्ट उनसे संपर्क करें. समाधान निकाला जायेगा. बैठक में तय हुआ कि जमीन नहीं वाले लोगों के लिए कुछ समाधान निकालने के लिए विभाग के पास प्रस्ताव भेजा जायेगा.
पानी के लिए बनाया जायेगा हेल्पलाइन नंबर
पानी की समस्या को लेकर कई तरह सवाल पार्षदों की ओर से उठाये गये. पार्षदों ने कहा कि चापाकल, बैट व प्याऊ नहीं बन पा रहा है. इस स्थिति में गर्मी में कैसे काम चलेगा. नगर आयुक्त ने कहा कि इसके लिए एक हेल्पलाइन नंबर जारी कर कंट्रोल रूम बनाया जायेगा. इस पर पार्षद संजय सिन्हा ने कहा कि वह हर वर्ष की तरह जवाब देगा कि यह फोन नंबर उपलब्ध नहीं है.
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में मेयर डॉ वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान, डिप्टी मेयर चिंता देवी, नगर आयुक्त कुमार अनुराग, सशक्त स्थायी समिति के सदस्य अखौरी ओंकरानाथ उर्फ मोहन श्रीवास्वत, तबसुम परवीन, पार्षद धर्मेंद्र कुमार, डिपल कुमार, गजेंद्र सिंह, कुंदन कुमार, जय प्रकाश सिंह यादव, अंजली कुमारी, नैय्यर अहमद, दीपक चंद्रवंशी, संजय सिन्हा, गोपाल कुमार, सारिका वर्मा आदि मौजूद थी.
इन पर हुई चर्चा और लगी मुहर
- स्वच्छता अभियान में आवारा पशुओं की रोकथाम
- वार्ड 15 के पार्षद दीपक चंद्रवंशी ने गोल बगीचा जर्जर पथ का मुद्दा उठाया
- नाला सफाई के लिए वार्डों में अलग से मिलेंगे पांच सफाईकर्मी
- वार्डों में स्वच्छता सहित जनहित सभी कार्यों में अव्वल स्थान आने मिलेगी प्रोत्साहन राशि