Gaya NMCH: मरीजों की सुविधाओं में नहीं, अन्य कार्यों में खर्च हो रहे रोगी कल्याण समिति के पैसे, कैसे लगेगा रोक

Gaya NMCH : रोगी कल्याण समिति का पैसा हर हाल में मरीजों की सुविधा और इलाज के लिए खर्च करना है. दूसरे मद में खर्च के लिए विभाग से पैसा समय-समय पर दिया जाता है. पहले किसी मद में कितना पैसा खर्च किया गया, यह सब उस वक्त के अधीक्षक बता सकते हैं.

By Paritosh Shahi | April 14, 2025 8:30 PM
an image

Gaya NMCH, वरीय संवाददाता, गया : सरकारी अस्पतालों में मरीजों की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए रोगी कल्याण समिति में पैसा होता है. किसी विषम परिस्थिति या फिर मरीज को तत्काल सुविधाएं उपलब्ध कराने में पैसों की जरूरत होने पर इस मद से पैसे खर्च किये जाते हैं. लेकिन, लगभग अस्पतालों में मरीजों की सुविधाओं में नहीं, बल्कि अन्य व्यवस्थाओं को सुधारने में इस मद का पैसा खर्च किया जा रहा है. रोगी कल्याण समिति की बैठक का प्रारूप सार्वजनिक नहीं किया जाता था. एक-दो बैठकों से ही प्रारूप को सार्वजनिक मीडिया में किया जा रहा है. यहां सब कुछ मनमाने ढंग से हो रहा है.

केके सिन्हा ने लगाया लगाम

अधीक्षक केके सिन्हा ने ज्वाइन करते ही इस पर लगाम लगा दी. रोगी की सुविधाओं के अलावा इस मद से एक भी पैसा किसी कार्य पर नहीं खर्च किया गया. जेपीएन हॉस्पिटल में पिछले दिनों रोगी कल्याण समिति की बैठक में उपाधीक्षक के लिए मोबाइल, नाली व पेवर ब्लॉक की मरम्मत के साथ अन्य कई तरह के कार्य करने का निर्णय लिया गया. लेकिन, बैठक का प्रस्ताव सार्वजनिक होते ही कई तरह के सवाल उठने लगे हैं.

बिहार की ताजा खबरों के लिए क्लिक करें

सदस्य ने कहा-पारदर्शिता से काम होगा

जेपीएन रोग कल्याण समिति के सदस्य सह भाजपा नेता अनंतधीश अमन ने बताया कि उनकी ओर से पूरी तौर से कोशिश की जा रही है कि इस मद के पैसों को खर्च करने में पारदर्शिता बरती जाये. मोबाइल खरीद के प्रस्ताव पर उन्हें भी हिचकिचाहट हुई है. पेवर ब्लॉक की मरम्मत करने का फैसला हुआ है. उन्होंने ही इस बार प्रस्ताव को मीडिया में लाने का फैसला लिया था. हालांकि, इस मामले में सिविल सर्जन व स्वास्थ्य डीपीएम से बात करने की कोशिश की गयी, तो दोनों का सरकारी मोबाइल बंद मिला.

अन्य कार्यों पर खर्च करना गलत

जेपीएन हॉस्पिटल उपाधीक्षक डॉ संजय कुमार सिंह ने कहा कि रोगी कल्याण के लिए जमा पैसों को अन्य सुविधाओं के लिए खर्च किया जाना पूरी तौर से गलत है. रोगी की सुविधाओं और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर ही इन पैसों को खर्च करना होता है. डॉक्टर या फिर रोगी के रहने वाले इलाकों के बाहर इन पैसा को खर्च कराना उचित नहीं है. इन सब चीजों पर खर्च करने से हर किसी को बचना चाहिए. अस्पताल में मरीजों को अधिक सुविधाएं देनी चाहिए.

इसे भी पढ़ें: साइबर ठगों ने पार की सारी हदें, बनाया मुंगेर पुलिस साइबर थाना के नाम से फर्जी आईडी, जांच में जुटी पुलिस

संबंधित खबर और खबरें

यहां गया न्यूज़ (Gaya News), गया हिंदी समाचार (Gaya News in Hindi),ताज़ा गया समाचार (Latest Gaya Samachar),गया पॉलिटिक्स न्यूज़ (Gaya Politics News),गया एजुकेशन न्यूज़ (Gaya Education News),गया मौसम न्यूज़ (Gaya Weather News)और गया क्षेत्र की हर छोटी और बड़ी खबर पढ़े सिर्फ प्रभात खबर पर .

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version