Pitru Paksha: इस साल पितृपक्ष मेला 2025 का आयोजन 6 सितंबर से 21 सितंबर तक होगा और देशभर से लाखों श्रद्धालु गया पहुंचेंगे. विशेषकर मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और हरियाणा जैसे राज्यों से पिंडदान के लिए भारी संख्या में तीर्थयात्री आने वाले हैं. इसे लेकर जिला प्रशासन ने तैयारियों में पूरी ताकत झोंक दी है.
गयाजी रेलवे स्टेशन को श्रद्धालु-अनुकूल बनाने के लिए डीएम शशांक शुभंकर और एसएसपी आनंद कुमार ने संयुक्त निरीक्षण किया. अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि स्टेशन पर विशेष कंट्रोल रूम और हेल्प डेस्क स्थापित किया जाए, जहां तीर्थयात्रियों को वेदियों तक पहुंचने में सहायता मिले.
साफ-सफाई से लेकर सजावट तक होंगे बड़े बदलाव
डीएम ने स्टेशन परिसर की साफ-सफाई, सौंदर्यीकरण, और मिथिला पेंटिंग जैसी सांस्कृतिक सजावट के निर्देश दिए हैं. व्हीलचेयर, पीने के पानी, और शौचालयों की संख्या में बढ़ोतरी के साथ-साथ सुरक्षा मानकों को भी सख्ती से लागू करने का आदेश है.
15 अगस्त तक सभी व्यवस्थाएं होंगी पूरी
डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि 15 अगस्त 2025 तक सभी मार्ग, प्लेटफॉर्म, और पार्किंग क्षेत्र समतल और व्यवस्थित हो जाएं. किसी भी प्रकार के अवरोधक जैसे लोहे की छड़ें या जलजमाव वाले क्षेत्रों को तत्काल साफ किया जाएगा.
साइनेज, एलईडी स्क्रीन और मेडिकल सुविधाएं होंगी उपलब्ध
श्रद्धालुओं के मार्गदर्शन के लिए दिशा-सूचक बोर्ड (Signages), एलईडी स्क्रीन, और पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम लगाए जाएंगे. भीड़ प्रबंधन के लिए सीसीटीवी कैमरे, मेडिकल टीम, और हेल्प डेस्क की तैनाती होगी. सुरक्षा बलों को तीर्थयात्रियों के साथ विनम्र व्यवहार करने का निर्देश भी दिया गया है.
स्टेशन पर बढ़ेगी भीड़, विशेष ट्रेनों की मांग
गया स्टेशन पर सामान्य दिनों में रोजाना करीब 50 हजार यात्री सफर करते हैं, जो मेला के दौरान 90 हजार तक पहुंच सकते हैं. इसको देखते हुए प्रशासन ने भोपाल से गया तक विशेष ट्रेनों की मांग भी की है.
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