गोपालगंज. कुचायकोट में जब्त जाली नोट का कनेक्शन पश्चिम बंगाल से भी जुड़ने लगा है. जाली नोट की बरामदगी के बाद खुफिया एजेंसियोंं के भी कान खड़े हो गये हैं. केंद्रीय खुफिया एजेंसियां ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार जाली नोट कुचायकोट जैसे सुदूर ग्रामीण इलाके में पहुंचने के बाद बेचैन हो उठी है. भारत को आंतरिक रूप से चोट पहुंचाने की साजिश को खंगाल रही है.
एसपी ने एसआइटी का गठन कर किया रवाना
पुलिस कप्तान की ओर से एसआइटी का गठन कर छापेमारी के लिए रवाना किया गया है. पुलिस की एक टीम दिल्ली, पटना व पश्चिम बंगाल के लिए रवाना हो गयी है. पुलिस की पूछताछ में पांच लोगों के नाम सामने आये है, जिस पर पुलिस अब काम कर रही है. पुलिस को उम्मीद है कि पूरा नेटवर्क गिरफ्त में होगा. उधर, पुलिस सूत्रों ने बताया कि जाली नोट की खेप कहां से आयी. कौन लोग उसे भारत के इस हिस्से में पहुंचा रहे. पकड़े गये लोग तो सिर्फ बाजार में नोट को खपाने में जुटे थे. असली मास्टरमाइंड तक पहुंचने की चुनौती के पास है. पुलिस रैकेट का पर्दाफाश कर अबतक पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.
दिल्ली से आया था जाली नोट, एसआइटी कर रही छापेमारी
दिल्ली से जाली नोट को जिले में मंगाये जाने की बात पूछताछ में सामने आने के साथ ही एसआइटी की टीम दिल्ली पहुंचकर दिल्ली पुलिस के साथ ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है. पुलिस को बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद है. पटना में भी छापेमारी चल रही है. पुलिस कप्तान ने बताया कि पहले भी गोपालगंज में जाली नोट इन लोगों के द्वारा खपाया जा चुका है. पांच- पांच सौ का जाली नोट बाजार में उपलब्ध होने से लोगों की भी नजर पैनी होने लगी है.
पांच-पांच सौ के 55 नोट के साथ पकड़े गये थे पांच लोग
बड़े नेटवर्क का हुआ खुलासा : एसपी
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है